भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह करेंगे, जबकि ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व पैट कमिंस करेंगे. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह छठी बार होगा जब दो तेज गेंदबाज एक ही टेस्ट मैच में कप्तानी करते नजर आएंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान अगर हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट का अयोजन करने से मना करता है तो मेजबानी भारत को सौंपी जा सकती है. ICC ने BCCI के साथ इस बारे चर्चा शुरू कर दी है. बीच में साउथ अफ्रीका को भी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए एक ऑप्शन देखा जा रहा था.
द वॉन्डेरर्स मैदान के इतिहास को देखते हुए तीन तेज गेंदबाजों को खिलाना टीम इंडिया के लिए सही साबित हो सकता है. यह भी संभव है कि टीम एक स्पिनर को बाहर कर तीसरे तेज गेंदबाज को शामिल करे.
भारतीय टीम घर के बाहर 100 टी20 इंटरनेशनल मैच जीतने वाली दुनिया की सिर्फ दूसरी टीम बन गई है. इससे पहले यह कारनामा सिर्फ पाकिस्तान ने किया था, जिसने विदेशी मैदानों पर 203 मैचों में 116 मुकाबले अपने नाम किए हैं.
तिलक वर्मा ने अपने इस शतक के साथ कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. वह टी20 इंटरनेशनल में शतक लगाने वाले दूसरे सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए.
वरुण चक्रवर्ती इस सीरीज में अपने जबरदस्त प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच रहे हैं. अब तक खेले गए दो मैचों में उन्होंने 8 विकेट अपने नाम किए हैं, जिससे वह एक टी20 द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बनने के करीब पहुंच गए हैं. यह रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन और रवि बिश्नोई के नाम है.
भारतीय गेंदबाजों, खासकर वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीन-तीन विकेट चटकाए थे. कप्तान सूर्यकुमार शायद बॉलिंग कॉम्बिनेशन में कोई बदलाव नहीं करना चाहेंगे.
भारतीय टीम अपने मैच दुबई या शारजाह में खेल सकती है. इस मॉडल में भारत के मैचों का आयोजन पाकिस्तान के बाहर, UAE में किया जा सकता है. हाल ही में 2023 एशिया कप में भी इसी तरह के हाइब्रिड मॉडल का उपयोग किया गया था.
दोनों देशों के बीच 9 टी20 सीरीज हो चुकी हैं, जिनमें से भारत ने 4 जीती हैं, अफ्रीका ने 2 सीरीज जीती हैं और 3 सीरीज ड्रॉ पर रही हैं. आखिरी बार अक्टूबर 2015 में भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था.
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हरा देती है, तो भारतीय टीम के पास कुल 65.79% पर्सेंटेज पॉइंट्स होंगे. इस स्थिति में ऑस्ट्रेलिया की टीम फाइनल की रेस से बाहर हो जाएगी और भारत का फाइनल में पहुंचना तय हो सकता है.