MP News: मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं ने ठंड को तेज कर दिया है. प्रदेश के कई शहरों में दिसंबर-जनवरी जैसी सर्दी महसूस हो रही है. प्रदेश के सभी इलाकों में तेज ठंड का दौर जारी है. पूर्वी मध्य प्रदेश में ठंड का असर ज्यादा देखने को मिल रहा है जहां कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है.
शहडोल के कल्याणपुर में सबसे कम तापमान दर्ज
शहडोल जिले के कल्याणपुर में सबसे कम यानी 6.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. पिछले कई दिनों से पचमढ़ी सबसे ठंडा शहर बना हुआ था लेकिन पचमढ़ी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान वाले शहरों में लगभग सभी शहर पूर्वी हिस्से से हैं. मंडला में 6.8 डिग्री, उमरिया में 7.4, नौगांव में 8 और मलाजखंड (बालाघाट) में 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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बड़े शहरों की बात करें तो राजधानी भोपाल में सबसे कम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया. 36 सालों में नवंबर के महीने में ये सबसे कम तापमान रहा. भोपाल में पचमढ़ी से भी कम तापमान रहा. जबलपुर में 8.5, ग्वालियर में 10, उज्जैन में 12 और इंदौर में 12.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
इतनी ठंड होने की वजह क्या है?
मध्य प्रदेश में सबसे कम ठंड पड़ने की वजह पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाएं हैं. पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम 234 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बह रही हैं. जिससे प्रदेश में सर्दी तेज हो गई है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का केंद्र होने की वजह साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हो गया है. इस वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में इसका असर देखने को मिल रहा है.
प्रदेश में ठंड और कोहरे के कारण ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे ने फॉग सेफ डिवाइस (FSD) लगाई है, जिससे लोको पायलट को कोहरे में ट्रेन संचालन में मदद मिलेगी.मध्यप्रदेश के मौसम में इस समय सर्दी और ठंड का दौर जारी है, और आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना है.