Success Story: अपनी जिद और हौसले के दम पर वीना साहू बनीं लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर, CM साय ने भी की तारीफ

Success Story: बालोद जिले के जमरुआ गांव की रहने वाली वीना साहू इन दिनों खूब चर्चा में है. चर्चा इसलिए हो रही है कि वह अपने मेहनत और संघर्षों के दम पर लेफ्टिनेंट नसिंग ऑफिसर बन गई है. वीना के इस सफलता को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी अपने आप को रोक नहीं पाए और वीना से फोन पर चर्चा कर उन्हें खूब बधाई दी.
Success Story

वीना साहू और उसका परिवार

डिलेश्वर देवांगन(बालोद)

Success Story: बालोद जिले के जमरुआ गांव की रहने वाली वीना साहू इन दिनों खूब चर्चा में है. चर्चा इसलिए हो रही है कि वह अपने मेहनत और संघर्षों के दम पर लेफ्टिनेंट नसिंग ऑफिसर बन गई है. वीना के इस सफलता को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी अपने आप को रोक नहीं पाए और वीना से फोन पर चर्चा कर उन्हें खूब बधाई दी.

अपने जिद्द और हौसले के दम पर वीना साहू बनी लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर

वीना के घर में उनके माता पिता और पांच बहने है. पिता चेतन किसान है. वीना की शुरुआत से सोच थी की वह नर्सिंग की पढ़ाई करे, लेकिन घर की स्थिति इतनी बेहतर नहीं थी की पिता वीना को नर्सिंग की पढ़ाई करा सके. बावजूद इसके वीना के जिद्द और हौसले के सामने पिता को घुटने टेकना पड़ा. वीना ने बारहवीं के बाद नर्सिंग इंसिट्यूट में दाखिला लिया.

ये भी पढ़ें- नाबालिग रेप पीड़िता को अबॉर्शन की मंजूरी, Bilaspur हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला

इसी दौरान उन्हें भारतीय सेना में नर्सिंग ऑफिसर पद की जानकारी मिली. जिसके बाद उन्होंने ने मिलिट्री नर्सिंग की परीक्षा दी. वीना की मेहनत और लगन के चलते किस्मत ने भी उनका साथ दिया और पहले ही प्रयास में इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट जैसे तमाम पड़ाव को पार कर लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर का पद हासिल करने में कामयाब रही.

वीना ने पिता को दिया सफलता का श्रेय

वीना के लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर बनने के बाद जैसे ही वह पहली दफा गांव पहुंची तो देशभक्ति गीत की गूंज, फूल माला गुलाल के साथ वीना का भव्य स्वागत किया. वीना ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने पिता और परिवार को दिया. फिलहाल उन्हें अंबाला के मिलिट्री हॉस्पिटल में पोस्टिंग मिली है.

सीएम विष्णु देव साय ने फोन कर दी बधाई

ज़रूर पढ़ें