चीन के नए DeepSeek AI ने मचाई सनसनी, अमेरिका में मचा हड़कंप, शेयर मार्केट डूबा
DeepSeek AI
DeepSeek AI: चीन ने अपनी नई DeepSeek AI के साथ पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है. इस तकनीक ने कम लागत में इतनी बड़ी सफलता हासिल की है कि दुनिया के एआई विशेषज्ञ और बड़ी टेक कंपनियां भी चौंक गई हैं. डीपसीक की सफलता ने अमेरिका के एआई प्रभुत्व को चुनौती दी है और यह सवाल उठने लगा है कि क्या अब चीन एआई की दुनिया में अमेरिका से आगे निकलने को तैयार है.
क्या है डीपसीक एआई?
डीपसीक चीन की एक स्टार्टअप कंपनी है. इस कंपनी का उद्देश्य ओपनएआई के चैटजीपीटी और गूगल के जेमिनी चैटबॉट की तरह एआई तकनीक विकसित करना है. डीपसीक ने हाल ही में अपना नया मॉडल डीपसीक-वी3 लॉन्च किया, जिसे सिर्फ 2,000 एनवीडिया चिप्स की मदद से तैयार किया गया. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे कम लागत और सीमित संसाधनों में विकसित किया गया है.
अमेरिकी कंपनियों को चुनौती
डीपसीक ने साबित कर दिया कि सबसे शक्तिशाली एआई सिस्टम बनाने के लिए अरबों डॉलर खर्च करने की जरूरत नहीं है. जहां गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां अपने एआई सिस्टम को प्रशिक्षित करने के लिए 16,000 से ज्यादा चिप्स का इस्तेमाल करती हैं, वहीं डीपसीक ने यह काम महज 2,000 चिप्स में कर दिखाया. इसके इंजीनियरों ने “विशेषज्ञों का मिश्रण” नामक एक तकनीक का इस्तेमाल किया, जो डेटा के विश्लेषण को अधिक कुशल बनाता है.
डीपसीक ने अपने ओपन-सोर्स एआई सिस्टम को सार्वजनिक किया है, जिससे दूसरे व्यवसाय और शोधकर्ता भी इसकी तकनीक का उपयोग कर सकते हैं. इससे एआई तकनीक को और व्यापक रूप से विकसित किया जा सकता है.
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डीपसीक का महत्व और इसके खतरें
डीपसीक की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि एआई तकनीक को कम लागत में भी विकसित किया जा सकता है. लेकिन इससे दुनिया में एआई की नई होड़ शुरू होने की संभावना भी बढ़ गई है. अमेरिका ने चीन को बेचे जाने वाले एनवीडिया चिप्स की संख्या सीमित कर दी है, लेकिन डीपसीक ने दिखा दिया कि वह कम संसाधनों में भी बड़ी तकनीकी सफलता हासिल कर सकता है.