ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी के हैं शौकीन तो पढ़ें ये खबर, 1 अप्रैल से बदलने वाले हैं नियम
वित्तीय वर्ष में कई नियमों में बदलाव होंगे
Rule Change: 1 अप्रैल 2025 से कई फाइनेंशियल और बैंकिंग नियमों में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं. इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी में भी कई बदलाव होने जा रहे हैं. जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा. अगर आप बैंकिंग, टैक्स, ऑनलाइन गेमिंग या लॉटरी करते हैं, तो इन बदलाओं के बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.
ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी पर नया टैक्स
अगर आप ऑनलाइन गेमिंग या लॉटरी में हिस्सा लेते हैं, तो ध्यान देना जरूरी है. अब TDS तभी कटेगा जब एक जीत 10,000 रुपये से ज्यादा की होगी. यानी अगर इस रकम से कम कोई गेम या लॉटरी खेलता है तो उसके लिए राहत वाली बात होगी.
GST के नए नियम: रेस्टोरेंट में खाना महंगा, पुरानी कारें भी महंगी
7,500 से कम किराए वाले होटलों में खाने पर अब 18% GST लगेगा. इससे वहां के खाने-पीने के रेट में इजाफा होगा. इसके अलावा पुरानी कारों के मार्केट पर भी असर पड़ने जा रहा है.पुरानी कारें खरीदना महंगा हो जाएंगी. सेकंड-हैंड कारों पर GST को 12% से बढ़ाकर 18% किया गया है.
बिजनेस के लिए नया नियम
10 करोड़ रुपये से ज्यादा टर्नओवर वाले कारोबारियों को 30 दिन के अंदर इनवॉइस दर्ज करना होगा, वरना इनवॉइस मान्य नहीं होगा.
ATM से पैसा निकालना हुआ महंगा
अगर आप ATM से कैश निकालते हैं, तो अब आपको ज्यादा चार्ज देना पड़ सकता है. बैंकों ने एटीएम ट्रांजैक्शन की फीस बढ़ाने का फैसला किया है, जिससे हर महीने मुफ्त ट्रांजैक्शन की लिमिट पार करने पर ज्यादा शुल्क चुकाना पड़ेगा.
FD पर TDS की नई लिमिट
अगर आपने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कर रखा है, तो इसमें थोड़ी राहत वाली खबर है. अब आम नागरिकों को 50,000 रुपये और वरिष्ठ नागरिकों को 1,00,000 रुपये तक के ब्याज पर कोई TDS नहीं देना होगा. जाहिर है इससे बचत करने वालों को फायदा पहुंचेगा.
UPI ट्रांजैक्शन में बदलाव
आज कल भारत अधिकांश लोग UPI जैसे कि फोन- पे, paytm आदि से भुगतान या पैसा ट्रांसफर करना पसंद करते हैं. इस कड़ी में अब UPI 123Pay यूजर्स के लिए लेनदेन की सीमा 5,000 से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है. इससे खासकर उन लोगों को राहत मिलेगी जो फीचर फोन से UPI ट्रांजैक्शन करते हैं.
पेंशन पाने वालों के लिए खुशखबरी
अब बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा पेंशनर्स को हर महीने पेंशन मिलेगी, जिससे उन्हें तिमाही इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यह बदलाव उनकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा.