Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के लिए रेलवे ने चलाई 16,000 ट्रेनें, इतने यात्रियों को पहुंचाया प्रयागराज
महाकुंभ के लिए 16 हजार से ज्यादा ट्रेनें चलाई गई.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के समापन के बाद गुरुवार सुबह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव प्रयागराज पहुंचे. इस दौराम रेल मंत्री ने रेलवे के कर्मचारियों से बातचीत की और शानदार काम के लिए उनकी सराहना की. रेल मंत्री में बताया की इस साल के महाकुंभ में भारतीय रेलवे ने महाकुंभ के लिए 16,000 से ज्यादा ट्रेनें चलाई गई. इसके साथ 5 हजार करोड़ कुंभ की तैयारियों के लिए खर्च किए.
इस महाकुंभ में 16000 ट्रेनें चलाई गई, जिन्होंने 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाया. अगर ट्रेनों की संख्या को 2019 के कुंभ के मुकाबले देखा जाए तो ये बहुत ज्यादा है. पिछले कुंभ में रेलवे ने कुल 4000 ट्रेनें चलाई थीं. कुंभ की तैयारियों में रेलवे ने 5000 करोड़ खर्च किए. इनका इस्तेमाल अंडरपास और पुल बनाने के लिए किया गया था.
सभी के सहयोग से काम कर पाए
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनके नेतृत्व में इतना भव्य आयोजन हुआ. सभी के सहयोग से हम आपसी समन्वय से काम कर पाए, जिसकी वजह से हम 13,000 ट्रेनों की योजना के मुकाबले 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन कर पाए. हम महाकुंभ के लिए करीब 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम तक लाने में सफल रहे. राज्य पुलिस, आरएफपी, रैपिड एक्शन फोर्स और रेलवे के विभिन्न विभागों के बीच घनिष्ठ समन्वय रहा.
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45 दिन के महाआयोजन में आए करोड़ों लोग
महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी को हुआ और समापन कल 26 फरवरी को महा शिवरात्री के पावन अवसर पर हुआ. 45 दिन तक चले इस महा आयोजन में लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया. 29 जनवरी को सबसे ज्यादा 7 करोड़ लोगों ने स्नान किया. महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश की जीडीपी में लगभग 4 लाख करोड़ का योगदान दिया.