अधिक सिक्योर होगा PAN 2.0, जानें इसके फ़ायदे
PAN 2.0: केंद्रीय सरकार ने देश की वित्तीय प्रणाली को सुरक्षित और मॉडर्न बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. इस हफ्ते 1,435 करोड़ रुपये की लागत से PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी. यह प्रोजेक्ट अगले साल से लागू किया जाएगा. इससे पैन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया को सुरक्षित बनाया जाएगा.
क्या है PAN 2.0 की खासियत?
PAN 2.0 के तहत पैन कार्ड को नई जनरेशन के क्यूआर कोड से लैस किया जाएगा. यह पैन कार्ड की फर्जीवाड़े से रक्षा करेगी, बल्कि टैक्सपेयर्स को एक से ज्यादा पैन कार्ड रखने से भी रोकेगी. इसके जरिए न सिर्फ नकली पैन कार्ड को पहचानना आसान होगा, बल्कि पैन कार्ड के साथ धोखाधड़ी करने की संभावना भी लगभग खत्म हो जाएगी.
इंस्टैंट वेरिफिकेशन की सुविधा
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, जिनके पास पहले से पैन कार्ड हैं, उन्हें नए पैन कार्ड के लिए अनिवार्य रूप से आवेदन करने की जरूरत नहीं है. हालांकि, अगर किसी को अपने पैन कार्ड में कोई करेक्शन या अपडेट कराना है, तो वे नए अपग्रेडेड कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं.
फ्रॉड रोकने में कारगर तकनीक
नए पैन कार्ड में एन्क्रिप्टेड क्यूआर कोड होगा, जिसमें यूजर्स की पर्सनल जानकारी होगी. यह डेटा सिर्फ ऑथराइज्ड सॉफ्टवेयर के जरिए ही एक्सेस किया जा सकेगा. इसका मतलब है कि डुप्लिकेट पैन कार्ड बनाना या पैन कार्ड की डिटेल्स में छेड़छाड़ करना लगभग नामुमकिन हो जाएगा.
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आम लोगों को मिलेगा फायदा
1. फ्रॉड से बचाव
क्यूआर कोड से फर्जी पैन कार्ड का खतरा कम हो जाएगा. फ्रॉडस्टर्स अब पैन कार्ड की जानकारी में हेरफेर नहीं कर पाएंगे.
2. डिटेल्स की सुरक्षा
एन्क्रिप्टेड क्यूआर कोड के कारण पर्सनल जानकारी लीक होने का खतरा कम होगा.
3. तेजी से वेरिफिकेशन
वित्तीय संस्थान और सरकारी एजेंसियां क्यूआर कोड स्कैन कर यूजर्स की जानकारी को वेरिफाई कर सकेंगी.