Rajya Sabha Election 2024: लोकसभा से पहले यूपी में राज्यसभा का चुनावी ‘दंगल’, ये है 10 सीटों पर सपा-BJP का समीकरण

यह देखना बाकी है कि क्या बीजेपी राज्यसभा में राज्य से नौ सीटें बरकरार रखने के लिए 2018 के कारनामे दोहराएगी या सपा सत्तारूढ़ पार्टी के गेम प्लान का मुकाबला करके अपनी ताकत बढ़ाने में सक्षम होगी.
Rajya Sabha Election 2024

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Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है. EC ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की 10 सीटों सहित 15 राज्यों में 56 राज्यसभा सीटों को भरने के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी. अब लोकसभा चुनाव से पहले BJP के नेतृत्व वाले NDA और समाजवादी पार्टी के बीच एक दिलचस्प मुकाबले का मंच तैयार हो गया है.

बीजेपी के 9 और सपा के 1 सांसद हो रहे रिटायर

यह देखना बाकी है कि क्या बीजेपी राज्यसभा में राज्य से नौ सीटें बरकरार रखने के लिए 2018 के कारनामे दोहराएगी या सपा सत्तारूढ़ पार्टी के गेम प्लान का मुकाबला करके अपनी ताकत बढ़ाने में सक्षम होगी. अप्रैल में सेवानिवृत्त होने वाले उत्तर प्रदेश के 10 राज्यसभा सदस्यों में से नौ भारतीय जनता पार्टी के और एक समाजवादी पार्टी के हैं.

2018 में ये था समीकरण

2018 में, जब उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव हुए, तो बीजेपी ने कथित तौर पर विपक्षी विधायकों से क्रॉस-वोटिंग की योजना बनाई थी. उस समय, 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के 312 सदस्य थे. बीजेपी के सहयोगी, अपना दल (सोनेलाल) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पास क्रमशः नौ और चार विधायक थे. बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर चुनाव हार गए जबकि बीजेपी के नौवें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल जीत गए.

बता दें कि अब 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद परिदृश्य बदल गया है क्योंकि उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी की संख्या 47 विधायकों (2017) से बढ़कर वर्तमान में 108 विधायक हो गई है. इंडिया ब्लॉक के सदस्य राष्ट्रीय लोक दल (RLD) की ताकत भी एक विधायक से बढ़कर नौ हो गई है. कांग्रेस के विधायकों की संख्या सात से घटकर 2 रह गई है. कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में इंडिया ब्लॉक के 119 विधायक हैं.

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अभी कितने सदस्यों को भेज सकती है दोनों पार्टी?

चूंकि एक उम्मीदवार को राज्यसभा में सीट सुरक्षित करने के लिए 37 प्रथम-वरीयता वोटों की आवश्यकता होती है. इस लिहाज से इंडिया गुट अपने तीन सदस्यों को ऊपरी सदन में भेजने की स्थिति में है. एनडीए खेमे में बीजेपी के 252 विधायक, अपना दल (s) के 13 और निषाद पार्टी और SPSP के छह-छह विधायक हैं. 277 विधायकों की संख्या के साथ एनडीए सात उम्मीदवारों को राज्यसभा भेजने की स्थिति में है. चूंकि उसके पास 18 अतिरिक्त वोट बचेंगे, अगर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो वोट और बसपा का एक वोट मिला भी दिया जाए, तो भी एनडीए अतिरिक्त सीटें हासिल करने की स्थिति में नहीं होगा. इसी तरह, इंडिया ब्लॉक के 8 अतिरिक्त वोट चौथी सीट पाने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे.

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27 फरवरी को होगा मतदान

बता दें कि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 10 सीटों सहित 15 राज्यों में 56 राज्यसभा सीटों को भरने के लिए चुनाव की घोषणा की है. चुनाव अधिसूचना 8 फरवरी को जारी की जाएगी. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 फरवरी है. मतदान 27 फरवरी को होगा और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे.

ऐसे में 20 फरवरी को यह साफ हो जाएगा कि बीजेपी 2018 के गेम प्लान को दोहराने पर काम कर रही है या 7 उम्मीदवार उतारकर ही संतुष्ट हो जाएगी.

रिटायर होने वाले सदस्य

अप्रैल में सेवानिवृत्त होने वाले नौ बीजेपी सदस्य हैं अशोक बाजपेयी, अनिल जैन, अनिल अग्रवाल, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, सुधांशु त्रिवेदी, हरनाथ सिंह यादव और विजय पाल तोमर. जया बच्चन राज्यसभा से रिटायर होने वाली अकेली सपा सदस्य होंगी.राज्यसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद दोनों खेमों में जोरदार लॉबिंग शुरू हो गई है.

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