संभल: 46 डिग्री पारा, फिर भी चारों ओर आग जलाकर तपस्या कर रहे थे ‘पागल बाबा’, गर्मी ने लील ली जान

कमलीवाले पागल बाबा कैला देवी थाना क्षेत्र के बेनीपुर में पंचाग्नि तपस्या कर रहे थे. 'तपस्या' 23 मई से 27 मई तक होनी थी, जिसके लिए उन्होंने प्रशासन, संभल के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट विनय कुमार मिश्रा से मंजूरी ली थी.
Pagal Baba

Pagal Baba

UP News: पूरा उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहा है. लू और हवा के गर्म थपेड़ों से लोग बीमार हो रहे हैं. इसी बीच अमेठी के रहने वाले संत पागल बाबा ने संभल के उपजिलाधिकारी विनय मिश्र से परमिशन लेकर तपस्या करने बैठ गए थे. लेकिन अब उनकी मृत्यू हो गई है. कमलीवाले पागल बाबा कैला देवी थाना क्षेत्र के बेनीपुर में पंचाग्नि तपस्या कर रहे थे.  तपस्या 23 मई से 27 मई तक होनी थी, जिसके लिए उन्होंने प्रशासन, संभल के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट से मंजूरी ली थी.

27 मई को पूरी होने वाली थी तपस्या

बताया जा रहा है कि पागल बाबा ने नशा मुक्ति, विश्व शांति, जगत कल्याण और गोरक्षा के लिए धूनी रमाकर तपस्या करने का फैसला किया था. चार दिन चक चलने वाली उनकी यह तपस्या 27 मई को पूरी होनी थी लेकिन उससे पहले ही बाबा की मौत हो गई. अब बाबा की मौत के बाद सब डिविजनल मजिस्ट्रेट विनय कुमार मिश्रा ने कहा, “रविवार को साधु की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.”

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23 बार हो चुके थे सफल

स्थानीय निवासियों के अनुसार, वह भीषण गर्मी के बावजूद अपने चारों ओर अलाव जलाकर तपस्या कर रहे थे और संभवत: गर्मी के कारण उनकी मृत्यु हो गई. उनके अनुयायियों ने कहा कि वह विश्व शांति और नशीली दवाओं की लत से मुक्ति के लिए समर्पित थे. संभल जिला प्रशासन ने कहा कि उन्होंने विभिन्न स्थानों पर 23 बार इसी तरह की ‘तपस्या’ की थी. मिश्रा ने बताया कि साधु के परिजनों को उनकी मौत की सूचना दे दी गई है.

बता दें कि अग्नि के बीच में बैठकर तप कर रहे संत के दर्शन के लिए इलाके के लोग भी पहुंच रहे थे. लेकिन जब तपस्या के दौरान अचानक हालत बिगड़ी तो स्थानीय ग्रामीण संत को लेकर जब तक जिला अस्पताल पहुंचे तब तक मौत हो चुकी थी. मामले की जानकारी मिलने पर सीडीओ और एसडीएम भी जिला अस्पताल पहुंचे और संत के सेवादारों से मामले की जानकारी ली.

 

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