Chhattisgarh: खैरागढ़ बांध का पानी हुआ इन्फेक्टेड, संरक्षित पेंटेड स्टॉर्क सहित अन्य जीव जंतु की जान खतरे में
-नितिन भांडेकर
Chhattisgarh News: इन दिनों खैरागढ़ जिला पुलिस ने अवैध शराब को लेकर मोर्चा खोल रखा है. जिससे जिले में सक्रिय अवैध शराब कोचियों में हड़कंप मचा हुआ है. बीते दिनों पुलिस ने जिले में चल रही नकली देशी शराब बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ये आरोपी बड़े ही संगठित तरीक़े से काम कर नकली देशी सफेद शराब बना रहे थे और खैरागढ़ के साथ साथ अन्य सीमावर्ती इलाक़ों में नकली शराब खपा रहे थे. इनकी बनाई नकली देशी शराब में क्यू आर कोड छोड़कर बाकी स्टिकर, ढक्कन,बोतल हुबहू असली सरकारी देशी शराब जैसी ही दिखाई देती थी जिससे मदिरा प्रेमी आसानी से धोखा खा जाते थे और इन नक्कालों के जाल में फँसकर ज़्यादा पैसे देकर भी जानलेवा नकली शराब पी रहे थे.
बाँध का पानी हुआ इन्फेक्टेड, खतरे में संरक्षित पेंटेड स्टॉर्क सहित अन्य जीव जंतु की जान
वहीं इस नक़ली शराब से ना सिर्फ़ इंसान बल्कि पशु पक्षीयों की जान को भी अब ख़तरा बना हुआ है. दरसल खैरागढ़ धमधा मार्ग में पड़ने वाले रौंदा बाँधा तालाब में पुलिस ने छह बड़ी बोरियों में नक़ली शराब के हजारों ढक्कन बरामद किए हैं जिसे आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए तालाब में फेंक दिया था। धमधा थाना क्षेत्र में आने वाले रौंदा बांधा तालाब में कई प्रवासी एवं संरक्षित पक्षी निवास करते हैं. अब ऐसे में इन नक्कालों ने जिस तरह से रौंदा बांधा तालाब में नक़ली शराब के ढक्कन, स्प्रिट और अन्य सामग्री को फेंका है उससे पक्षी प्रेमियों की चिंता बढ़ा दी है.
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पेंटेड स्टॉर्क (चित्रित सारस) को IUCN (International Union for Conservation of Nature) ने अपनी रेड लिस्ट में रखा है. रौंदा बांधा तालाब में पेंटेड स्टॉर्क के साथ ही कई तरह के पक्षी निवास करते हैं. पेंटेड स्टॉर्क जिसे हिंदी में चित्रित सारस कहा जाता है इसे IUCN (International Union for Conservation of Nature) ने अपनी रेड लिस्ट में रखा है मतलब ये पक्षी विश्व में संकटग्रस्त स्थिति में है, ऐसे में यहाँ भी इनका उचित संरक्षण और देखभाल करना बहुत आवश्यक है, लेकिन चंद रुपयों के लालच में नक़ली शराब बनाने वाले ये आरोपी इन पक्षियों के भी जान के दुश्मन बन गए हैं.
पक्षी विज्ञानी प्रतीक ठाकुर ने दी मामले की जानकारी
पक्षी विज्ञानी प्रतीक ठाकुर ने बताया कि रौंदा बाँधा वेट लैंड है इसमें पक्षियों की कई प्रजाति पाई जाती है जिनका प्राथमिक आहार मछली ही है अब इस बांध का पानी प्रदूषित हो गया है जिसके कारण मछलियाँ मर रही हैं ऐसे में यहाँ की मछलियों को खाने की वजह से यहाँ के पक्षी भी बीमार हो सकते हैं और इस प्रदूषित पानी से जीव जंतुओं के साथ इंसानों को भी ख़तरा हो सकता है.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय ने बताया कि अभी तक कुल दो नक़ली शराब फ़ैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है इसीक्रम में रौंदा धमधा के डैम से हज़ारो की संख्या में बाटल के ढक्कन को बरामद किया गया है, अभी तक कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, आगे भी इस मामले से जुड़े और भी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.