Chhattisgarh: रायपुर के सरकारी राशन दुकानों में हुआ 2.50 करोड़ से ज्यादा का भ्रष्टाचार, 6 पर दर्ज होगी FIR

Chhattisgarh News: रायपुर जिले के सरकारी राशन दुकान के संचालकों का बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है. जिले के कई सरकारी राशन दुकान के संचालकों ने गरीबों के हक पर डाका डाल दिया है. ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि रायपुर जिले में 142 दुकानदारों ने 14 हजार 500 क्विंटल चावल की हेराफेरी की है.
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सरकारी राशन दुकान

Chhattisgarh News: रायपुर जिले के सरकारी राशन दुकान के संचालकों का बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है. जिले के कई सरकारी राशन दुकान के संचालकों ने गरीबों के हक पर डाका डाल दिया है. ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि रायपुर जिले में 142 दुकानदारों ने 14 हजार 500 क्विंटल चावल की हेराफेरी की है. जिसकी कीमत 2.50 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है.

राशन दुकानों में 2.50 करोड़ रुपए से ज्यादा का हुआ भ्रष्टाचार

सितंबर 2022 में जिले की सभी राशन दुकानों के स्टॉक की जांच की गई थी. इसके बाद ही पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था. विभाग के अफसरों ने कई बार दुकान संचालकों को नोटिस जारी कर घोटाले का चावल जमा करने कहा लेकिन 2 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद दुकान संचालकों द्वारा हेराफेरी की गई अनाज को शासन को वापस नहीं लौटाया गया. जिसकी वजह से शासन को करोड़ों रुपए का चुना लग रहा है. जिले में PDS दुकान संचालकों द्वारा राशन में हेराफेरी करने पर बार- बार दुकानदारों को चेतावनी दिया गया कि वे बकाया चावल विभाग को जमा कर दें, लेकिन दुकानदारों ने एक नहीं सुना. यही वजह है कि अब एक साथ छह दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दे दिए गए हैं. इसके अलावा बाकी दुकानदारों को भी सख्त चेतावनी दी गई है कि वे बकाया चावल-शक्कर जमा कर दें नहीं तो सभी के खिलाफ एफआईआर कर उन्हें जेल भेजा जाएगा.

PDS के जिन दुकानों ने शॉर्टेज हुई अनाज को सरकार को वापस नहीं लौटाया है अब उन पर कलेक्टर ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है. अभी-अभी जान लीजिए कि किन-किन दुकानों पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा.

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इन दुकानदारों पर होगी एफआईआर

1. जय हिंद प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार (दुकान आईडी 441001080) इसके संचालक से 1728.76 क्विंटल चावल, 8.38 क्विंटल शक्कर और 13.26 क्विंटल नमक की वसूली करनी है.

2. ग्राम पंचायत गुखेरा आरंग (दुकान आईडी 442003058) से 61.83 क्विंटल चावल, 4.09 क्विंटल शक्कर, 3.26 क्विंटल नमक की वसूली करनी है.

3. ग्राम पंचायत छटेरा आरंग (दुकान आईडी 442003054) से 42.38 क्विंटल चावल की वसूली करनी है.

4. ग्राम पंचायत बडगांव आरंग (दुकान आईडी 442003113) से 61.76 क्विंटल चावल, 2.86 क्विंटल शक्कर और 16.12 क्विंटल नमक की वसूली करनी है.

5. ग्राम पंचायत भलेरा आरंग (दुकान आईडी 442003060) से 81.32 क्विंटल चावल, 3.49 क्विंटल शक्कर एवं 3.02 क्विंटल नमक की वसूली करनी है.

6. ग्राम पंचायत मांठ तिल्दा (दुकान आईडी 442004042) 397.25 क्विंटल चावल और 6.66 क्विंटल नमक की वसूली करना है.

राशन दुकान संचालकों द्वारा गरीबों के राशन में की गई गड़बड़ी को समझने हमारी टीम ग्राउंड पर भी उतरी, हमारी टीम आरंग के ग्राम पंचायत छटेरा पहुंची. तब यहां मौजूद राशन दुकान के संचालक ने बताया कि मेरे ऊपर FIR नहीं होगा क्योंकि मैं वर्तमान का सेल्समेन हूं. जो पुराना सेल्समैन था उसके ऊपर FIR होगा क्योंकि उसी के ऊपर शासन का 42 क्विंटल चावल बकाया है. पिछले सेल्समैन चिंताराम चंद्राकर थे जो कि वर्तमान सरपंच के ससुर हैं.  जब हम सरपंच से मिलने पहुंचे तो सरपंच नहीं मिले. उनके जगह पर सरपंच पति और राशन दुकान के पूर्व संचालक चिंताराम के बेटे ने बताया कि जो पहले दुकान संचालन कर रहे थे वह अपना दुकान वर्तमान सेल्समेन को सुपुर्द कर चुके हैं. अब इसमें जो भी है वह वर्तमान सेल्समैन का है. उनको गड़बड़ी की कोई जानकारी ही नहीं है.

पूरे मामले में जब हमने खाद्य विभाग से बातचीत की तो पता चला कि साल 2022 में PDS दुकानों का भौतिक सत्यापन किया गया था. उसे दौरान कई दुकानों में शॉर्टेज पाया गया था. इसके सब दुकानों को नोटिस भेजा गया है, लेकिन वसूली इन दुकानों से नहीं हो पा रही थी इसलिए अब इन पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है.

 

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