पूर्व क्रिकेटर Mohammad Azharuddin की बढ़ी मुश्किलें, ED ने भेजा समन, एचसीए में भ्रष्टाचार का है मामला

ईडी का आरोप है कि राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में हेराफेरी हुई और एचसीए ने कई प्राइवेट कंपनियों को ऊंची किमतों पर ठेके दिए, जिससे क्रिकेट एसोसिएशन को करोड़ों का नुकसाम हुआ है.
Mohammad Azharuddin

मोहम्मद अजहरुद्दीन

Mohammad Azharuddin: ईडी ने गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को तलब किया है. यह मनी लॉन्ड्रिंग मामला हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ा हुआ है. एचसीए के अध्यक्ष रहने के दौरान अजहरुद्दीन पर धन के दुरुपयोगा का आरोप है. पूरा मामला राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीदारी के लिए 20 करोड़ रुपये में हेराफेरी से जुड़ा है.

ईडी ने 2023 में पीएमलए 2002 के तहत तेलंगाना के 9 जगहों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारियों गद्दाम विनोद, शिवलाल यादव और अरशद अयूब के आवास भी शामिल थे. इस छापेमारी में ईडी को महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी.

ईडी का आरोप है कि राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में हेराफेरी हुई और एचसीए ने कई प्राइवेट कंपनियों को ऊंची किमतों पर ठेके दिए, जिससे क्रिकेट एसोसिएशन को करोड़ों का नुकसाम हुआ है. ईडी की जांच तीन एफआईआर पर आधारित है, जिसमें खरीदारी में हेराफेरी, कामों में देरी और एचसीए का नुकसाम का जिक्र है.

फिक्सिंग का भी लगा है आरोप

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन पर पहले मैच फिक्सिंग के आरोप लग चुके है. इन आरोपों के बाद अजहरुद्दीन पर क्रिकेट से लाइफ टाइम बैन लगा दिया गया था. अजहरुद्दीन ने इस फैसले के खिलाफ हैदराबाद हाई कोर्ट में अपील की और कोर्ट ने उन पर लगे बैन को गैरकानूनी करार देते हुए खारिज कर दिया था.

सांसद भी रह चुके हैं अजहर

क्रिकेट के बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन ने राजनीति में भी हाथ आजमाया था. 2009 में राजनीति में आए अजहरुद्दीन यूपी की मुरादाबाद सीट से चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा संसद रह चुके हैं. अजहरुद्दीन 2009 से 2014 तक सांसद रहे हैं.

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