15 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी! पंचकूला में हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह

Haryana New Government: शपथ ग्रहण समारोह की व्यवस्था करने के लिए डीसी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भगवा पार्टी द्वारा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित शीर्ष भाजपा नेताओं जैसे गणमान्य लोगों के शामिल होने की संभावना है.
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नायब सिंह सैनी, ( मुख्यमंत्री, हरियाणा )

Haryana New Government: हरियाणा में मिले प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. हालांकि, नई सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख को लेकर काफी उथल-पुथल मचा हुआ है. लेकिन, अब खबर आ रही है कि 15 अक्टूबर को नायब सिंह सैनी नई सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा में भाजपा की लगातार तीसरी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह अगले सप्ताह पंचकुला में आयोजित होने की उम्मीद है. पंचकूला के उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने पीटीआई को बताया कि हम कार्यक्रम के लिए स्थल तैयार कर रहे हैं. संभावित तारीख 15 अक्टूबर है.

शपथ ग्रहण समारोह की व्यवस्था करने के लिए डीसी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भगवा पार्टी द्वारा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित शीर्ष भाजपा नेताओं जैसे गणमान्य लोगों के शामिल होने की संभावना है.

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चुनाव के दौरान सैनी को सीएम बनाने का संकेत

भाजपा के नायब सिंह सैनी, जो मार्च में मनोहर लाल खट्टर के बाद मुख्यमंत्री बने और 5 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, उनके पद बरकरार रखने की संभावना है. भाजपा ने चुनाव के दौरान संकेत दिया था कि अगर वह जीतती है तो सैनी शीर्ष पद के लिए उसकी पसंद होंगे. मतगणना 8 अक्टूबर को हुई थी. 10 साल की सत्ता विरोधी लहर और एग्जिट पोल में कांग्रेस की भारी जीत की भविष्यवाणी को धता बताते हुए, भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें हासिल कीं, जिससे पिछले विधानसभा चुनाव से आठ सीटों की संख्या बढ़ गई है.

पूर्ण बहुमत से दूर रह गई कांग्रेस

वहीं, कांग्रेस को 2019 में 31 से बढ़कर 37 सीटें मिलीं. हालांकि, सबसे पुरानी पार्टी ने गिनती के दौरान ‘अनियमितताओं’ का हवाला देते हुए परिणाम को ‘अस्वीकार’ कर दिया. हालांकि, चुनाव आयोग ने भी कांग्रेस पार्टी के सभी आरोपों को खारिज कर दिया. नतीजों के एक दिन बाद, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और ‘सबूत’ के साथ अपनी शिकायत सौंपी.

इस बीच, इंडियन नेशनल लोकदल ने दो सीटें जीतीं और तीन निर्दलीय भी विजयी रहे. निर्दलियों ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है; इनमें पार्टी की बागी और हिसार से विजेता और भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल भी शामिल हैं.

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