Bihar: नीतीश के विधायक ने खोल दी अपनी ही सरकार की पोल, बोले- शराब माफियाओं से मिले हैं थानेदार

Gopal Mandal: गोपाल मंडल ने आगे कहा कि इस स्थिति को सुधारते के लिए एक कमेटी बनाई जानी चाहिए और अपराधियों को पकड़कर एक घर में बंद कर दिया जाना चाहिए.
JDU MLA Gopal Mandal On Bihar Hooch Tragedy

गोपाल मंडल, ( जदयू विधायक)

Gopal Mandal On Bihar Hooch Tragedy: बिहार में एक बार फिर शराब की चर्चा जोरो पर है. दरअसल, राज्य के कुछ इलाकों में जहरीला शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई है. वहीं, कई लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है. जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अब इस घटना के बाद से बिहार में सियासी घमासान छिड़ चुका है. विपक्ष शराबबंदी को लेकर सवाल तो उठा ही रहा है. लेकिन अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमारी की पार्टी जेडीयू के वरिष्ठ नेता गोपाल मंडल ने भी अपनी ही सरकार के पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

इस घटना पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीकर गरीब आदमी मरता है. गरीब आदमी महुआ पीता है. यहां गुड़ की शराब में नींद की एक्सायरी टैबलेट और सल्फास मिला दिया जाता है. जो आदमी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं, वो मर जाते हैं.”

ये भी पढ़ें- Bihar Hooch Tragedy: बिहार में नहीं रुक रहा जहरीली शराब से मौत का सिलसिला, 36 की मौत, 40 गंभीर, 7 की गई आंखों की रोशनी

शराब बनाने वालों से मिला है थानेदार

गोपाल मंडल ने आगे कहा कि इस स्थिति को सुधारते के लिए एक कमेटी बनाई जानी चाहिए और अपराधियों को पकड़कर एक घर में बंद कर दिया जाना चाहिए. क्या पुलिस की लापरवाही से ऐसी घटनाएं हो रही हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस तो सजग है लेकिन शराब बनाने वालों से थानेदार मिला हुआ है. इस वजह से लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है. जिला अधिकारी ठीक हो जाएं, तो सब कुछ ठीक हो जाएगा.

गोपाल मंडल ने आगे कहा कि पुलिस का एक चौकीदारी को भी सब पता है कि कहां क्या हो रहा है… किसके घर में क्या पक रहा है… थाना प्रभारी को पता है कि किसके घर में क्या खाना बना है. वो पकड़ ही सकता है. लेकिन, मोटी रकम मिलता है 25000-30000 लेता है. यहीं नहीं नीतीश कुमार के अपने विधायक ने ही सुशासन सरकार के अन्य विभागों में भी धांधली का आरोप लगाया है.

जहरीली शराब से अब तक 37 लोगों की मौत

बिहार के सीवान, छपरा और गोपालगंज जिलों में जहरीली शराब से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है. इतनी मौतें होने के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. पुलिस ने उत्पाद विभाग की टीम के साथ मिलकर बैकुंठपुर, मांझा और बरौली थाना क्षेत्र के दियारे इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी की है, जिसमें भारी मात्रा में देसी शराब बरामद की गई है. बता दें कि जहरीला शराब पीने से सबसे ज्यादा मौतें सिवान जिले में हुई हैं, जहां 28 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, छपरा जिले में 7 और गोपालगंज में 2 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है.

पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया

एसपी अवधेश दीक्षित के निर्देश पर दियारे इलाके में ड्रोन कैमरे की मदद से शराब की भट्ठियों की पहचान कर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है. पुलिस ने अर्धनिर्मित शराब को नष्ट करने के साथ-साथ शराब बनाने वाले उपकरणों, गैस चूल्हों, ड्रम और गैलनों को भी मौके पर नष्ट कर दिया. पुलिस ने अब तक 140 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है. इस दौरान 5,000 लीटर से ज्यादा देशी शराब को नष्ट किया गया है. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.

ज़रूर पढ़ें