थर-थर कांपेंगे दुश्मन देश! समंदर में बढ़ने वाली है Indian Coast Guard की ताकत, ACV के लिए CCPL से डील फाइनल

एयर कुशन व्हीकल के रखरखाव के लिए भी CCPL से अनुबंध किया गया है. CCPL एसीवी रखरखाव के लिए भारत में ही एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का विकास करेगा. इससे न केवल स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह MSME सेक्टर को भी लाभ मिलेगा.
Indian Coast Guard

Indian Coast Guard: रक्षा मंत्रालय ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए एक महत्वपूर्ण अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत चौगुले एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (CCPL) से 6 एयर कुशन व्हीकल (ACV) खरीदे जाएंगे. ये सभी कुशन व्हीकल ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत भारत में ही बनाए जाएंगे. इससे भारतीय समुद्री सुरक्षा मजबूत होगा. 33 महीनों के भीतर ये सभी एयर कुशन व्हीकल्स तटरक्षक बल को सौंप दिए जाएंगे.

समुद्री कार्यों के लिए होगा ACV का इस्तेमाल

इसका इस्तेमाल विभिन्न समुद्री कार्यों के लिए किया जाएगा, जिसमें तटीय गश्त, खोज एवं बचाव और नई आयामों की चुनौतियों का सामना करना शामिल है. इसमें उच्च तकनीकी सुविधाएं होंगी, जिससे ये शैलो वाटर में भी कार्य कर सकेंगे, और यह तटरक्षक बल की परिचालन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होंगे.

बता दें कि एयर कुशन व्हीकल के रखरखाव के लिए भी CCPL से अनुबंध किया गया है. CCPL एसीवी रखरखाव के लिए भारत में ही एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का विकास करेगा. इससे न केवल स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह MSME सेक्टर को भी लाभ मिलेगा.

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नई समुद्री सुरक्षा रणनीति की ओर अग्रसर भारत

बता दें कि यह अनुबंध नए भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो तकनीकी उत्कृष्टता और औद्योगिक ताकत के क्षेत्र में देश की स्थिति को मजबूत करता है. यह भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसरों का भी सृजन करेगा. लगातार भारत एक नई समुद्री सुरक्षा रणनीति की ओर अग्रसर हो रहा है, जो न केवल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी बल्कि देश की आर्थिक गतिविधियों को भी गति प्रदान करेगी.

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