ट्रंप की सेना में मस्क और रामास्वामी हुए शामिल, दोनों मिलकर संभालेंगे DoGE

Donald Trump: राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ट्रंप अपनी सेना तैयार करने में जुटे हुए हैं. ट्रंप अपनी सेना में कई बड़े पदों पर नियुक्ति कर रहे हैं. अब इसी बीच ट्रंप ने एलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी को बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.
Vivek Ramaswamy And Elon Musk

ट्रंप ने मस्क और रामास्वामी को DoGE विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है.

Donald Trump: नवनियुक्त राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ट्रंप अपनी सेना तैयार करने में जुटे हुए हैं. ट्रंप अपनी सेना में कई बड़े पदों पर नियुक्ति कर रहे हैं. अब इसी बीच ट्रंप ने एलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी को बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. मस्क और रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DoGE) विभाग की अगुवाई की जिम्मेदारी सौंपी है.

डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी की अगुवाई

इस बारे में जानकारी देते हुए ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि एलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DoGE) विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. ट्रंप ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ग्रेट एलॉन मस्क अमेरिकी देशभक्त विवेक रामास्वामी के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी की अगुवाई करेंगे.

 

दोनों बेहतरीन शख्स- ट्रंप

ट्रंप ने आगे कहा- सेव अमेरिका मूवमेंट के लिए जरूरी है. दोनों बेहतरीन शख्स मिलकर मेरी सरकार में ब्यूरोक्रेसी को क्लीन करने से लेकर बेफिजूल खर्च में कटौती करने, गैरजरूरी नियमों को खत्म करने और संघीय एजेंसियों के रिस्ट्रक्चर पर काम करेंगे. यह संभवत: हमारे समय का द मैनहट्टन प्रोजेक्ट बन सकता है. रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से DOGE के उद्देश्यों को पूरा करने का सपना देखा है.

ट्रंप ने DoGE विभाग को लेकर बयान में कहा कि नई व्यवस्था से सरकारी पैसे की बर्बादी करने वाले लोगों में हड़कंप मच जाएगा. रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से DoGE के मकसद को पूरा करने का सपना देखा है. यह हमारे समय का द मैनहटन प्रोजेक्ट बन सकता है.

 

ट्रम्प ने यह भी कहा कि इस DoGE की जिम्मेदारी 4 जुलाई 2026 को खत्म हो जाएगी. नई जिम्मेदारी मिलने पर मस्क ने कहा- हम नरमी से पेश नहीं आने वाले हैं. वहीं, विवेक रामास्वामी के पोस्ट पर टिप्पणी कर कहा कि हम इसे हल्के में नहीं लेंगे. गंभीरता से काम करेंगे.

 

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क्या है मैनहटन प्रोजेक्ट

मैनहटन प्रोजेक्ट दरअसल अमेरिकी सरकार का एक प्रोजेक्ट था, जिसका मकसद ब्रिटेन और कनाडा के साथ मिलकर जर्मनी की नाजी सेना से पहले परमाणु बम विकसित करना था।

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