Jama Masjid Violence: संभल के सपा सांसद बर्क पर दंगा भड़काने का आरोप, पुलिस ने दर्ज की FIR, 1 दिसंबर तक इलाके में ‘No Entry’
Jama Masjid Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार सुबह जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ गई. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को जामा मस्जिद से दूर करने की काफी कोशिश की, लेकिन भीड़ नहीं हटी. जिसके बाद मस्जिद के बाहर हिंसा शुरू हो गई. संभल के जामा मस्जिद के बाहर हुए हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है.
इधर, सोमवार को पुलिस ने FIR दर्ज की है. पुलिस की इस FIR में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा है. पुलिस ने संभल हिंसा से जुड़े मामले में 7 FIR दर्ज की है. जिसमें 6 नामजद समेत 2750 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज किया गया है. अब तक 25 लोगों को गिरफ्तारी हुई है.
सोमवार को पूरे शहर में कर्फ्यू जैसा माहौल बना हुआ है. मार्केट बंद हैं. एसपी ने बताया कि संभल तहसील में इंटरनेट बैन को एक दिन के लिए बढ़ा कर इसे मंगलवार तक कर दिया गया है.
इस हिंसा में उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 लोग घायल भी हुए. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान पत्थर-ईंटें फेंके गए, प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया. इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. हिंसा के बाद संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ड्रोन से मस्जिद के आस पास नजर राखी जा रही है.
#WATCH | Drone visuals from Uttar Pradesh’s Sambhal where an incident of stone pelting took place when a survey team arrived to conduct a survey of Shahi Jama Masjid yesterday
Security has been enhanced in the area. pic.twitter.com/lvgyJ6kWfW
— ANI (@ANI) November 25, 2024
हिंसा के बाद संभल तहसील में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जिला प्रशासन ने 25 नवंबर को कक्षा 12 तक के सभी छात्रों के लिए अवकाश घोषित कर दिया है. डीएम के आदेश पर 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है. शहर की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है.
हिंसा में 4 की मौत
रविवार को हुए संभल हिंसा में चार लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में की गई है. संभल हिंसा में जान गवाने वाले नौमान और बिलाल अंसारी को रात 11 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया. हिंसा को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई है. एक निजी संस्था ने संभल में पुलिस की फायरिंग से 4 युवकों की मौत का आरोप लगाते हुए वीडियो भी आयोग को भेजा गया है.
नो एंट्री के बीच चंद्रशेखर ने संभल जाने का किया ऐलान
संभल सीएम ने आदेश दिया है कि सूबे में 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री पर बैन रहेगी. वहीं, भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने संभल जाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह सोमवार, 25 नवंबर को संभल जाएंगे. वहां वह मृतकों के परिजनों से मिलेंगे. चंद्रेशखर आजाद ने इसकी जानकारी एक्स पर पोस्ट कर दिया है.
सरकारी गोलियाँ बहुजनों पर सीधे चलती हैं। यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। चाहे वह एससी/एसटी आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या सीएए विरोधी आंदोलन—हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधी गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली… pic.twitter.com/qVKaRXSJjf
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) November 24, 2024
एक्स पर लिखे पोस्ट में चंद्रशेखर ने कहा, ‘सरकारी गोलियां बहुजनों पर सीधे चलती हैं. यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. चाहे वह SC/ST आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या CAA विरोधी आंदोलन… हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधे गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली जाती है. मैं जल्द ही घायल पुलिसकर्मियों से मिलकर इस हिंसा की सच्चाई देश के सामने लाने का प्रयास करूंगा.’
चंद्रशेखर ने आगे लिखा, “सोमवार को मैं संभल जाऊंगा और इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करूंगा. हम अपने पीड़ित परिवारों को अकेला नही छोड़ेंगे. आगामी संसद सत्र में मैं सरकार की आंखों में आंख डालकर कहूंगा कि हमारे लोगों की जान इतनी सस्ती नहीं है.”
अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना
संभल हिंसा पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए एक्स पर पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा कि सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गए, उनके ख़िलाफ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो. उनके खिलाफ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे. अखिलेश ने कहा कि उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है.’
सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई… pic.twitter.com/9Fj30K4aLm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024
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पुलिस ने 21 लोगों को लिया हिरासत में
संभागीय आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि हिंसा के दौरान पुलिस ने पेलेट गन का इस्तेमाल किया है. इस हथियार से किसी की जान नहीं जा सकती है. पुलिस ने छापेमारी कर 21 लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें 2 महिला भी शामिल है. उनके पास से कई तरह के हथियार बरामद किए गए हैं. जिस जगह पर फायरिंग हुई, वहां से कई अलग-अलग बोर के गोले बरामद किए गए हैं. हिरासत में लिए गए लोगों के घरों से पुलिस ने हथियार बरामद किया है.
अब लगेगा NSA
नखासा थाना क्षेत्र के एक घर से फायरिंग हुई, जहां से दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है. मंगलवार से ही संभल में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जब अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ था. याचिका में दावा किया गया था कि उस जगह पर हरिहर मंदिर था. अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि दो महिलाओं सहित 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जांच शुरू कर दी गई है, हिंसा में शामिल लोगों पर सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.