Ambikapur: मेडिकल कॉलेज के डीन ने किया अलर्ट, बोले- झांसे में न आएं, क्या है पूरा मामला?

Ambikapur: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के डीन ने कॉलेज में खाली पदों पर नौकरी के नाम पर अवैध उगाही करने वालों से सावधान रहने के लिए कहा है.
Ambikapur

अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज

Ambikapur: अंबिकापुर के देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खाली पदों पर भर्ती के लिए रिश्वतखोरी की बात सामने आई है. रिक्त पदों की भर्ती के लिए निकल गए विज्ञापन पर भर्ती की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है और इस भर्ती प्रक्रिया पर विवाद भी हो चुका है. इस बीच अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, उम्मीदवारों से संपर्क कर नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे अवैध उगाही कर रहे हैं. इस बात की जानकारी मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन ने लोगों को सावधान रहने की बात कही है.

नौकरी दिलाने के नाम पर अवैध उगाही

नौकरी लगवाने का नाम पर उगाही करने वालों में बलरामपुर जिले के राजपुर क्षेत्र एक एक स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल है. इस स्वास्थ्य कर्मचारी का नाम इन दिनों खूब सुर्खियों में है और वह सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है. बताया जा रहा है कि वह जिस इलाके में सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रहा है, उस इलाके के उम्मीदवारों से अब तक लाखों रुपए की वसूली कर चुका है. वहीं, लोगों को भरोसा है कि वह स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी है तो उनकी नौकरी लगवा देगा.

इस मामले पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि ऐसे लोगों से उम्मीदवारों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि भर्ती पारदर्शिता के साथ होगी.

ये भी पढ़ें- Politics: Chhattisgarh में जल्द होगा रेणु जोगी की पार्टी JCCJ का कांग्रेस में विलय! पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने दिए बड़े संकेत

बता दें कि मेडिकल कॉलेज में 2023 में तृतीय और चतुर्थ वर्ग के अलग-अलग पदों पर भर्ती निकाली गई थी. वहीं, सुपरवाइर के द्वारा अब तक लाखों रुपए की वसूली की जा चुकी है. उम्मीदवारों को झांसा दिया जा रहा है कि जल्द ही उनकी नौकरी लग जाएगी. बताया जा रहा है कि जिस स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के द्वारा उगाही की जा रही है, वह कर्मचारी संगठन के नेता के रूप में भी कार्य करता है और यही वजह है कि उम्मीदवार उसके झांसे में फंसते जा रहे हैं.

डीन ने किया लोगों को सावधान

मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अविनाश मिश्रा ने कहा है कि रिक्त पदों पर निकाले गए भर्ती में किसी भी तरीके से गड़बड़ी नहीं होगी. पैसे देकर नौकरी नहीं लगेगी और जो लोग अवैध तरीके से रुपए दे रहे हैं उन्हें झांसे में नहीं फंसना चाहिए. उन्होंने कहा कि भर्ती की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ की जा रही है और मेरिट के अंकों के आधार पर ही भर्ती होगी. इस पूरे मामले की रिपोर्ट उम्मीदवारों को थाने में दर्ज कराना चाहिए क्योंकि बाद में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन जिम्मेदार नहीं होगा.

ज़रूर पढ़ें