मुंबई की टीम से Prithvi Shaw ‘OUT’, सोशल मीडिया पर फिर आलोचकों को दिया करारा जबाव
Prithvi Shaw: भारतीय क्रिकेट में कभी पृथ्वी शॉ सबसे चमकते उभरते सितारे थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से उनका लगातार खराब प्रदर्शन और व्यवहार चर्चा का विषय बना हुआ है. टीम इंडिया से बाहर होने के बाद वे वापसी की कोशिशों में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक वापसी नहीं हुई है. हाल ही में खत्म हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई की टीम का हिस्सा रहे शॉ को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए मुंबई की 16 सदस्यीय टीम से बाहर कर दिया गया है.
मुंबई क्रिकेट संघ का बयान
एमसीए के एक अधिकारी ने शॉ को विजय हजारे ट्रॉफी में शामिल न किए जाने पर बयान दिया. उन्होंने कहा, “सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हमारी टीम 10 फील्डरों के साथ मैदान में उतर रही थी क्योंकि हमें शॉ को छुपाना पड़ता था. उनकी फिटनेस और फील्डिंग का स्तर बेहद खराब था. बल्लेबाजी में भी वह अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए. उनके रवैये और अनुशासनहीनता के कारण टीम में मौजूद सीनियर खिलाड़ियों ने भी उनकी शिकायत की थी. ऐसे में हमें मजबूरी में उन्हें बाहर रखना पड़ा.”
शॉ ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
शॉ ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेले 9 मैचों में 21.88 के औसत से मात्र 197 रन बनाए. फिटनेस और अनुशासन को लेकर सवाल उठने के बाद शॉ ने इंस्टाग्राम पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “अगर आप पूरी स्थिति को नहीं समझते तो इसपर बात न करें. कई लोग बिना तथ्य जाने राय देते हैं.”
फिटनेस चयन में सबसे बड़ी बाधा
पृथ्वी शॉ के लिए फिटनेस और अनुशासन की समस्याएं लंबे समय से चर्चा में हैं. यह पहली बार नहीं है जब उनकी फिटनेस को लेकर सवाल उठे हों. भारतीय टीम से बाहर होने के बाद घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. इसके अलावा, एमसीए अधिकारी द्वारा उनके फील्डिंग पर उठाए गए सवाल उनकी क्रिकेटिंग छवि के लिए एक और बड़ा झटका हैं.
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क्या वापसी संभव है?
पृथ्वी शॉ के पास अभी भी समय है. यदि वह अपनी फिटनेस और अनुशासन पर ध्यान दें और अपने प्रदर्शन को सुधारें, तो घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी कर सकते हैं. उनके पास प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें अपनी मानसिकता और अनुशासन में सुधार करना होगा.