Maha Kumbh में हो सकती है मुसलमानों की एंट्री, लेकिन CM योगी ने रखी ये शर्त
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में गैर-हिंदुओं के आने को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हुई है. गैर-हिंदू में खासकर मुसलमान, जिनकी महाकुंभ में उपस्थिति पर कई धर्मगुरुओं ने आपत्ति तक जताई है. मगर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर बड़ा बयान दिया है. सीएम योगी ने शुक्रवार को आकाशवाणी के FM Radio चैनल का शुभारंभ किया. इसी दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि महाकुंभ में कोई भी आ सकता है. मुसलमानों की एंट्री के सवाल पर सीएम योगी ने बताया कि कौन-कौन महाकुंभ में आ सकता है.
ईश्वर की कृपा- मुख्यमंत्री योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में देश और दुनिया से आने वाले संत और श्रद्धालुओं की सेवा के अवसर को अपना सौभाग्य बताया. उन्होंने कहा कि एक साल पहले अयोध्या में 500 सालों का इंतजार खत्म करके रामलला विराजमान हुए हैं. और अब 144 सालों बाद इस तरह के मुहूर्त में महाकुंभ का होना, ये ईश्वर की कृपा है.
महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर क्या बोले CM
महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर CM योगी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, ‘श्रद्धा के साथ आने वाला हर व्यक्ति प्रयागराज आए. जिनके मन में भारत और भारतीयता के प्रति, सनातन परंपरा के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव है, वो यहां पर आ सकते हैं. अगर कोई कुत्सित मानसिकता के साथ यहां आता है तो मुझे लगता है कि उसकी भावनाओं को भी अच्छा नहीं लगेगा. उसके साथ यहां पर अन्य तरीके से भी व्यवहार हो सकता है. इसलिए वैसे लोग न ही आएं तो अच्छा है. श्रद्धा के साथ आने वाला हर व्यक्ति प्रयागराज आ सकता है.’
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वक्फ की जमीन पर महाकुंभ- मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी
बता दें, कुछ दिन पहले ही आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा थे कि महाकुंभ वक्फ की जमीन पर हो रहा है. मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा था कि महाकुंभ मेले की जमीन वक्फ बोर्ड की है. महाकुंभ नगर की लगभग 54 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की है. मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाते हुए कोई आपत्ति नहीं की है. कुंभ मेले की सारे इंतजाम उसी वक्फ की जमीन पर हो रहे हैं. दूसरी तरफ, अखाड़ा परिषद के लोग महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं.