Chhattisgarh में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम! सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में जवानों ने IED किया डिफ्यूज
सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में IED डिफ्यूज
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल एक के बाद एक नक्सलियों की हर बड़ी साजिश को नाकाम करने में सफलता हासिल कर रहे हैं. इस कड़ी में एक बार फिर जवानों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया है. बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में सुरक्षा बल ने बड़ी मात्रा में IED और अन्य सामाग्री को बरामद कर डिफ्यूज कर दिया.
बीजापुर में 50 किलो का IED डिफ्यूज
बीजापुर जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र में DRG, BDS, CRPF 168 बटालियन की टीम ने दुर्गा मंदिर के पास लगभग 50 किलो का IED बरामद किया. सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से तिम्मापुर रोड पर लगाए गए 50 किलो को IED को जवानों ने तुरंत डिफ्यूज कर दिया.
दंतेवाड़ा में नक्सलियों के मंसूबों पर फिरा पानी
दंतेवाड़ा में भी सुरक्षाबल ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेरने में सफलता हासिल की है. जवानों ने थाना अरनपुर क्षेत्र में 2 किलों का IED और एक डमी IED बरामद किया. अरनपुर थाना बल और BDS दंतेवाड़ा की संयुक्त टीम ने ये कार्रवाई की. नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए नक्सल गस्त सर्चिंग में वृद्वि की गई है. मुखबिर की जानकारी पर थाना अरनपुर क्षेत्र के ग्राम बर्रेम क्षेत्र में संयुक्त टीम गश्त पर निकली थी. इस दौरान अरनपुर मुख्य मार्ग से लगभग 5 km की दूरी पर ग्राम समेली से बर्रेम जाने के रास्ते में 2 KG का प्रेशर IED बम मिला. इसके बाद इसे डिफ्यूज किया गया.
सुकमा में प्राचीन गुफा में छुपा रखा था मौत का सामान
सुकमा जिले के दुलेड इलाके में घोर जंगल के बीच प्राचीन गुफा को नक्सलियों ने अपने कब्जे में ले लिया था. यहां नक्सली छुपने के साथ-साथ हथियार बनाते थे. लेकिन जवानों की सक्रियता के चलते यहां से विस्फोटक सामग्री के साथ-साथ लेंथ मशीन भी बरामद हो गई है. लगातार जवान इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं, जिसके कारण धीरे-धीरे नक्सली बैक फुट पर नजर आ रहे हैं.
संयुक्त टीम ने पाई सफलता
बुधवार सुबह 203 कोबरा बटालियन और 131 बटालियन सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने मेटागुडेम और डुलेर गांवों के बीच के वन क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री और हथियार निर्माण उपकरणों का एक बड़ा भंडार सफलतापूर्वक बरामद किया. इस अभियान में दोनों बटालियनों की कई स्ट्राइक टीमों द्वारा समन्वित कार्रवाई की गई. 203 कोबरा की 5 टीमों ने 131 बटालियन सीआरपीएफ की ए और डी कंपनियों के साथ मिलकर क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया. मेटागुडेम गांव से लगभग 1.5 Km दूर एक गुफा ठिकाना मिला. यहां बरामद शस्त्रागार में 21 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (IED) साबुन के केसों में पैक, मल्टीपल बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) बम, एक जनरेटर सेट, लेथ मशीन के सामान, विस्फोटक बनाने की बड़ी मात्रा में सामग्री, गन निर्माण के उपकरण और आवश्यक चिकित्सा सामग्री शामिल हैं. प्रत्येक बरामद IED का वजन लगभग 250 ग्राम था.