Chhattisgarh: ‘इंडिया’ अलायंस से ममता-नीतीश के बाद जयंत के अलग होने की खबरों पर टीएस सिंहदेव बोले- संविधान खतरे में दिख रहा
Chhattisgarh: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले विपक्षी गठबंधन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. गठबंधन से नीतीश कुमार अलग हो गए हैं. ममता बनर्जी भी बंगाल में अलग लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं. वहीं अब आरएलडी के भी सुर बदल चुके हैं. जबकि कांग्रेस राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के भरोसे चुनावी मैदान में उतरी है. वहीं इस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा छत्तीसगढ़ पहुंची है, जिसको लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता पूरी तैयारी कर रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि देश जब आजाद हुआ तो संविधान का जो स्ट्रक्चर बना था वह ध्वस्त होने वाला है, संविधान खतरे में दिख रहा है.
टीएस सिंहदेव ने कहा- संविधान का ध्वस्त होने वाला है
दरअसल, अंबिकापुर में राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पहुंचने से पहले पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने सरगुजा संभाग के कांग्रेसी नेताओं की बैठक ली. इस दौरान विस्तार न्यूज़ से चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा कि राहुल गांधी के न्याय यात्रा का उदेश्य सिर्फ लोकसभा चुनाव जीतना नहीं, बल्कि देश में खराब हो रहे लोकतांत्रिक माहौल को ठीक करना है.
एक तरफ राहुल गांधी का भारत जोड़ो न्याय यात्रा चल रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के एलायंस से पार्टियां अलग हो रही हैं. ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और यूपी में आरएलडी के रास्ते अलग होते नजर आ रहे हैं. इस पर सिंहदेव ने कहा कि देश जब आजाद हुआ तो संविधान का जो स्ट्रक्चर बना था. वह ध्वस्त होने वाला है, संविधान खतरे में दिख रहा है. इसलिए देश में कांग्रेस की जरुरत है और राहुल गांधी भारत जोडो यात्रा कर रहे हैं.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर साधा निशाना
टीएस सिंहदेव ने कहा कि चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के लिए हाई कोर्ट ने ऑन कैमरा चुनाव कराने का आदेश दिया. इसके बाद ऑन कैमरा चुनाव हुआ. लेकिन इसमें क्या हुआ सबने देखा. राहुल गांधी इन सबकी संभावना दो साल पहले से जता चुके हैं, जिसे पूरे देश ने अपनी आंख से देखा. यह छोटा सा ट्रेलर है, वे फासिस्टवादी तरीके से काम कर रहे हैं. यह देश के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है. उन्हें लगता है हम जो चाहे वहीं हो.
वहीं छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीट को लेकर टीएस सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस को आधी से अधिक सीटें मिल सकती हैं और बाकी सीट पर भी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. वहीं छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से एक बार भी सरगुजा लोकसभा चुनाव नहीं जीतने पर उन्होंने कहा कि इस बार लड़ेंगे और जीतेंगे.