UP Politics: ‘राम और राष्ट्र से समझौता नहीं’, कांग्रेस से निकाले जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम का आया पहला रिएक्शन
UP Politics: कांग्रेस ने पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्टी की ओर से शनिवार देर रात को इस फैसले की जानकारी दी गई है. कांग्रेस के इस फैसले के बाद अब बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी द्वारा एक्शन लिए जाने के बाद कहा है कि राम और “राष्ट्र” पर “समझौता” नहीं किया जा सकता.
दरअसल, कांग्रेस द्वारा शनिवार को आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रमोद कृष्णम के खिलाफ लिए गए एक्शन की जानकारी दी गई है. पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा इस संबंध में एक चिट्ठी जारी की गई है.
उस चिट्ठी में लिखा गया है, ‘अनुशासनहीनता और बार-बार पार्टी विरोधी टिप्पणियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.’
पीएम मोदी से की थी मुलाकात
गौरतलब है कि बीते लंबे वक्त से आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयानों के लेकर सवाल उठ रहे थे. पूर्व कांग्रेस नेता लगातार पार्टी लाइन के बाहर जाकर बयान दे रहे थे. जिसके बाद तमाम तरह की अटकलें पहले से ही चल रही थी. इसके बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी.
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इस मुलाकात के दौरान उन्होंने पीएम मोदी ”श्री कल्कि धाम” के शिलान्यास समारोह शामिल होने का निमंत्रण दिया था. इसके बाद उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की. इन दोनों नेताओं को भी प्रमोद कृष्णम ने समारोह का निमंत्रण दिया था.
वहीं प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस द्वारा रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने के फैसले पर भी सवाल खड़े किए थे. तब उनके बयानों की काफी चर्चा हुई थी.