रातभर सदन में ही सोए कांग्रेस विधायक… जानिए Rajasthan में क्यों मचा है बवाल

Rajasthan: इंदिरा गांधी पर दिए एक बयान के बाद से राजस्थान में राजनीतिक माहौल पूरा गरमाया हुआ है. हंगामा इतना बढ़ गया कि कांग्रेस के कई विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए. जब से ये हंगामा शुरू हुआ है तब से कांग्रेस विधायकों का धरना जारी है. सभी विधायक रात को भी सदन में ही कीर्तन करते और सोते नजर आए.
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कांग्रेस विधायकों ने सदन नें रातभर कीर्तन और सोते नजर आए

Rajasthan: इन दिनों राजस्थान में बजट सत्र चल रहा है. इस दौरान इंदिरा गांधी पर दिए एक बयान के बाद से राजनीतिक माहौल पूरा गरमाया हुआ है. हंगामा इतना बढ़ गया कि कांग्रेस के कई विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए. जब से ये हंगामा शुरू हुआ है तब से कांग्रेस विधायकों का धरना जारी है. सभी विधायक रात को भी सदन में ही कीर्तन करते और सोते नजर आए.

इंदिरा गांधी के ऊपर टिप्पणी और फिर कांग्रेस के 6 विधायकों को पूरे सत्र के लिए निलंबित, अब यह मामला बढ़ा जा रहा है. शुक्रवार को विधानसभा में हुए हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है. विधायकों के निलंबन के बाद कांग्रेस के विधायक सदन में ही धरने पर हैं.

राजस्थान के सभी जिलों में प्रदर्शन के निर्देश

कल से सदन में धरने पर बैठे कांग्रेस विधायकों की मांग है कि अविनाश गहलोत इंदिरा गांधी पर किए अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें. प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को सभी जिलों में प्रदर्शन करने के निर्देश दे दिया है. कांग्रेस नेता अविनाश गहलोत का आज पुतला भी जलाएंगे.

कैसे शुरू हुआ ये विवाद ?

शुक्रवार, 21 फरवरी को राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र चल रहा था. प्रश्नकाल के दौरान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी की. एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री गहलोत ने कहा- ‘2023-24 में आपकी दादी इंदिरा गांधी के नाम पर योजना का नाम रखा था.’ फिर क्या था इंदिरा गांधी के लिए दादी शब्द के इस्तेमाल को कांग्रेस ने लपक लिया. सदन में ही कांग्रेस विधायकों का हंगामा शुरू हो गया.

भजपा और मंत्री पर हमलावर कांग्रेस विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए. वह वेल में हंगामा करने लगे. पक्ष-विपक्ष के बीच हो रही तनातनी के बीच कांग्रेस विधायक स्पीकर की टेबल तक पहुंचने लगे. इसे देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया.

इसके बाद जब फिर 4 बजे से जब कार्यवाही शुरू हुई तो इस दौरान मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस विधायकों के सस्पेंड का प्रस्ताव रखा. डोटासरा समेत 6 विधायकों के निलंबन करने का प्रस्ताव रखा गया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने डोटासरा समेत 6 विधायकों को पूरे बजट सत्र से निलंबित कर दिया. जिसके बाद से यह हंगामा और अधिक बढ़ गया है.

क्या बोले नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली?

टिप्पणी और कांग्रेस विधायकों के निलंबन पर नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने कहा कि गतिरोध सरकार की तरफ से बना हुआ है. हमारी मांग है कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए और मंत्री माफ़ी मांगी जाए, लेकिन केवल कुछ विधायकों के डायस की तरफ जाने को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई की गई जो सही नहीं है, सरकार के मंत्री से गतिरोध दूर करने को लेकर सक्रात्मख बातचीत हुई है अब देखे वो क्या जवाब लाते है.

उपमुख्यमंत्री का आया बयान

इस पूरे मामले पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने कहा- ‘जिस तरह से संसदीय परंपराओं का उन्होंने उल्लंघन किया है ये गलत था. ‘दादी’ शब्द अपमानजनक नहीं था फिर भी अध्यक्ष जी ने कहा कि इसे हम निकलवा देंगे, लेकिन उसके बाद भी उन्होनें हंगामा किया. तो ये होना तय था.

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इधर, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन की कार्यवाही 24 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी है. बता दें कि जो विधायक निलंबित हुए हैं उन्हें कई सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा. निलंबित विधायकों को विधानसभा कैंपस में एंट्री नहीं दी जाएगी. इसके साथ ही विधानसभा के इस सत्र के दौरान कोई सवाल नहीं लगा पाएंगे. विधानसभा चलने के दौरान जो अतिरिक्त भत्ते और सुविधाएं मिलती हैं वो भी बंद रहेंगी.

वहीं, ऐसा माना जा रहा है कि विधायकों का ये धरना सोमवार, 24 फरवरी तक भी चल सकता है. क्योंकि सोमवार को ही विधानसभा की दोबारा कार्यवाही शुरू होगी. शनिवार और रविवार को छुट्टी रहती है.

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