Cyber Security: ठगी से बचना है तो इन तरीकों को करें फॉलो
साइबर सिक्योरिटी
Cyber Security: आज के डिजिटल युग में, जहाँ तकनीक तेज़ी से आगे बढ़ रही है, साइबर सुरक्षा(Cyber Security) पहले से कहीं ज़्यादा जरूरी हो गई है. साइबर सुरक्षा का मतलब है डिजिटल डिवाइस, नेटवर्क और डेटा को साइबर खतरों से बचाने के लिए डिज़ाइन की गई तकनीकों, प्रक्रियाओं और प्रथाओं का समूह. साइबर हमलों और डेटा उल्लंघनों (डेटा चोरी, डेटा हानि)की संख्या में वृद्धि के साथ, साइबर सुरक्षा को गंभीरता से लेना ज़रूरी हो गया है.
बीते कुछ समय से साइबर फ्रॉड के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. यह अपराध, व्यक्तियों, कंपनियों, या संस्थानों के ख़िलाफ़ किए जाते हैं. साइबर ठग हर दिन नए-नए तरीके आजमाते हैं और लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. इसके अंतर्गत स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, वायरस को डालना, किसी की जानकारी को ऑनलाइन प्राप्त करना या किसी पर हर वक़्त नजर रखना (डिजिटल अरेस्ट) जैसी गतिविधियां शामिल हैं. ऑनलाइन लेनदेन बढ़ने के साथ ही साइबर अपराधी भी फ्रॉड के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, सायबर सिक्योरिटी (Cyber Security)को अपनाकर आप खुद को साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचा सकते हैं.
‘साइबर ठगी’ से बचने के लिए इन तरीकों को करें फॉलो
- अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें – किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें.
- स्ट्रांग पासवर्ड बनाएं – अपने सभी अकाउंट्स के लिए अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें. पासवर्ड में अक्षर, संख्या और विशेष चिन्हों को शामिल करें.
- पब्लिक वाई-फाई से सावधान रहें – पब्लिक वाई-फाई पर संवेदनशील जानकारी जैसे बैंकिंग डिटेल्स या पासवर्ड शेयर न करें.
- अपने डिवाइस को अपडेट रखें – अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें.
- एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें – एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें.
- टू-फैक्टर ऑथेटिकेशन का इस्तेमाल करें – जहां भी संभव हो, टू-फैक्टर ऑथेटिकेशन (Two-Factor Authentication) का इस्तेमाल करें. इससे आपको साइबर फ्रॉड से बचने में मदद मिलेगी.
- पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें – किसी भी अजनबी के साथ अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें.
- फिशिंग हमलों से सावधान रहें – फिशिंग हमलों में आपको फर्जी वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से आपकी पर्सनल डिटेल्स देने के लिए कहा जाता है.
- सोशल मीडिया पर सावधान रहें – सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को मजबूत बनाएं और अजनबियों से सावधान रहें.
- जागरूक रहें – साइबर फ्रॉड के बारे में जागरूक रहें और अपने परिचितों को भी इस बारे में बताएं.
‘Cyber Fraud’ की शिकायत कहां करें?
साइबर क्राइम पोर्टल – भारत में साइबर क्राइम से संबंधित शिकायतें दर्ज करने के लिए एक राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल है.
बैंक – अगर आपके बैंक अकाउंट से पैसा निकाला गया है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें.
पुलिस – आप अपनी स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
साइबर अपराधों से निपटने के लिए सरकार के प्रयास
कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की स्थापना की गई है.
साइबर स्वच्छता केंद्र की स्थापना की गई है.
भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की स्थापना की गई है.