‘फिल्में देखी मगर सैफ को पहचाना नहीं…’, हमलावर शरीफुल इस्लाम का कबूलनामा, पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा

सैफ अली खान अटैक केस में हुआ नया खुलासा
Saif Ali Khan: पिछले दिनों बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali khan) पर उनके ही घर में हमला हुआ था. ये हमला घर में चोरी के इरादे से आए शरिफुल इस्लाम ने किया था. ये हमला इसी साल 16 जनवरी को हुआ था. शरिफुल इस्लाम ने एक्टर पर जानलेवा हमला किया था. एक्टर पर हमला करने के आरोप पुलिस ने ठाणे में बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल फकीर को गिरफ्तार किया था. जिसने इस हमले को लेकर काफी कुछ खुलासे किए हैं.
उसने अपने कबूलनामे में बताया है कि वो कैसे वहां पहुंचा था और हमला करने के बाद वो कैसे वहां से भगा था. उसने पुलिस के सामने ये भी कबूला है कि वो जब चोरी करने सैफ के घर पहुंचा तो वो एक्टर को पहचान ही नहीं पाया. जबकि उसने उनकी फिल्में देखी थी. इस मामले में अब मुंबई पुलिस ने चार्जशीट सबमिट कर दी है.
सैफ अली खान हमले को लेकर मुंबई पुलिस ने 1600 पेज की चार्जशीट दाखिल की है. इसमें शरिफुल इस्लाम फकीर ने पुलिस को हमले के बारे में बताया कि उसे सैफ के बारे में तब पता चला जब उसने यूट्यूब पर एक न्यूज क्लिप देखी. शख्स ने बताया कि उसने उनकी कई फिल्में देखी है, लेकिन वो उन्हें पहचान नहीं पाया. क्योंकि वहां पर अंधेरा था और एक्टर क्लीन शेव में थे.
हमला करने के बाद देखता था खबरें
शरिफुल इस्लाम ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया है कि एक्टर के घर से भागने के बाद वह अपना रूप बदलने के लिए बाल कटवा लिया और हेडफोन खरीद लिए थे. उसने दादर रेलवे स्टेशन के बाहर 50 रुपए की खरीदारी की थी. वो गाने सुनकर अपने प्रेशर को कम करना चाहता था. अब यही खरीदारी इस केस में अहम कड़ी साबित हुई. क्योंकि इस दौरान वो सीसीटीवी में कैद हो गया था. फकीर ने बताया कि वो घटना के बाद वहां से तुरंत फरार हो गया था लेकिन, वो लगातार इस मामले पर नजर रखे हुए था. उसे पता चला था कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग से गलत व्यक्ति को पकड़ लिया गया है.
जाल काटकर घर में घुसा
फकीर ने पुलिस को बताया है कि उसने चोरी की असफल कोशिश से ठीक एक दिन पहले बांद्रा में उस बिल्डिंग की रेकी की थी. जहां सैफ का अपार्टमेंट है. पुलिस ने आस-पास की इमारतों से सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो इसमें फकीर को 15 जनवरी को दोपहर 3 बजे से शाम 6.45 बजे के बीच इलाके में देखा गया था. रेकी के बाद फकीर कथित तौर पर झाड़ियों में जाकर छिप गया था और रात होने का इंतजार किया कर रहा था. फिर वो देर रात में सैफ के घर में घुस गया. कुछ दरवाजों को भी खोलने की कोशिश की लेकिन, वो इसमें असफल रहा.
खिलौने ने बिगाड़ा फकीर का काम
फिर वो 11वीं मंजिल में एक जाल काटकर सैफ के बेटे के बाथरूम में घुसा और फिर बाद में घर के अंदर आया. फकीर के बयानों की मानें तो जब उसने बाथरूम का दरवाजा खोला तो एक खिलौना गिर गया था. जिसकी आवाज सुनकर बच्चे की नैनी को उसके वहां होने का पता चला.
फकीर ने पुलिस को बताया कि वो वहां चोरी करने गया था. किसी को नुकसान पहुंचाने का उसने नहीं सोचा था. लेकिन, जब नैनी चिल्लाईं तो वो काफी आक्रामक हो गया और हाथापाई के दौरान सैफ पर हमला कर दिया. फकीर ने पुलिस को बताया कि वह उसी रास्ते से भागा था, जिस रास्ते से वह घर में घुसा था. सीसीटीवी फुटेज में अगले दिन सुबह 3.37 बजे उसकी हरकतें भी कैद हुई हैं, जब वह भाग रहा था. वह बांद्रा के एक बगीचे में गया, अपने कपड़े बदले और फिर अगली सुबह वह वर्ली के लिए निकल गया.
पुलिस को मिला हथियार
फकीर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने घटना के दौरान पहने हुए कपड़े, ठाणे के वाघबिल गांव से एक सख्त हथौड़ा और चिमटा, बांद्रा झील के पास से एक आधा टूटा हुआ चाकू और लकड़ी के हैंडल वाला चाकू और अन्य सामान बरामद कर लिया है. वर्ली कोलीवाड़ा के एक घर से उसके जूते बरामद किए गए. यहां वह अस्थायी रूप से रहता था. बताया जाता है कि फकीर ने पुलिस को दादर और चेंबूर की वो दुकानें दिखाईं, जहां से उसने चाकू और औजार खरीदे थे.
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पुलिस को शरिफुल इस्लाम के फोन से उसके कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों की तस्वीरें, उसका बांग्लादेशी राष्ट्रीयता प्रमाण पत्र और बंगाली में चरित्र प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, दो चेक, उसके द्वारा किए गए विभिन्न लेन-देन के स्क्रीनशॉट मिले, जिसमें विजय दास के नाम से किया गया भुगतान, कथित रूप से उसने जो फर्जी पहचान पत्र अपनाया था और एक महिला के साथ सेल्फी भी शामिल थी.
बता दें कि पुलिस ने इस पूरे मामले में 48 प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. पुलिसकर्मियों, पंचों और फोरेंसिक विशेषज्ञों सहित 111 गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए हैं.