जिस ‘बैसारन वैली’ में हुआ आतंकी हमला, उसे कहते हैं ‘मिनी स्विट्जरलैंड’, देवदार के घने जंगल और ऊंचे पहाड़ मोह लेते हैं मन
बैसारन वैली को मिनी स्विटजरलैंड कहा जाता है
Baisaran Valley: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को भारत के स्वर्ग के नाम से जाना जाता है. यहां देश से ही नहीं विदेश भी टूरिस्ट अपनी छुट्टियां बिताने और हसीन वादियों का लुत्फ उठाने यहां आते हैं. अनंतनाग (Anantnag) जिले के पहलगाम (Pahalgam) के पास है बैसारन वैली (Baisaran Valley). इसी हरी-भरी वैली को मंगलवार को आंतकियों ने पर्यटकों के खून से लाल-लाल कर दिया. आतंकियों ने 28 लोगों को मार दिया. इस हमले में 15 से ज्यादा लोग घायल हैं. ये वादी अपनी खूबसूरती के कारण ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ (Mini Switzerland) कहलाती है.
खास के मैदान, बर्फ से ढंके पहाड़ और लिद्दर नदी
बैसारन वैली अपनी नेचुरल ब्यूटी की वजह से भी जानी जाती है. लंबे-चौड़े हरे घास के मैदान, ऊंचे-ऊंचे बर्फ से ढंके पहाड़ और घने देवदार के जंगल पर्यटक का मन मोह लेते हैं. यहां पर्यटक केवल छुट्टियां मनाने नहीं आते हैं बल्कि एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी आते हैं. वैली के पास ही लिद्दर नदी बहती है, जो झेलम की सहायक नदी है. इसमें रिवर राफ्टिंग भी होती है. पानी इतना साफ रहता है कि रिवरबेड को देखा जा सकता है. इस वैली में पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, बोनफायर एक्टिविटी, जिपलाइन जैसी साहसिक एक्टिविटी होती हैं.
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कई फिल्मों की हुई शूटिंग
इस वैली की खूबसूरती का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां कई फिल्मों की शूटिंग हुई. कश्मीर की कली (1964), आरज़ू (1965), जब-जब फूल खिले (1965), कभी-कभी (1976), सिलसिला (1981), सत्ते पे सत्ता (1982), रोटी (1974) और बेताब (1983) जैसी फिल्मों की शूटिंग हुई.
पहलगाम है अमरनाथ यात्रा बेसकैंप
अमरनाथ यात्रा हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में की जाती है. ये हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र यात्रा में से एक है. अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से होती है इनमें पहलगाम और बालटाल है. पहलगाम इस यात्रा का बेसकैंप होने के कारण ज्यादा प्रसिद्ध है.