International Labour Day 2025: 1 मई को ही क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस? जानें इसका इतिहास और महत्व…

मजदूर दिवस पहली बार 1889 में मनाने का फैसला लिया गया. सन् 1886 में, अमेरिका में मजदूरों ने 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग के लिए हड़ताल की. उस दौरान मजदूरों को कठोर परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था.
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अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस

International Labour Day 2025: हर साल 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है. यह दिन श्रमिकों के अधिकारों और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए समर्पित है. मजदूर आंदोलन की ऐतिहासिक उपलब्धियों को याद करते हुए, यह दिन श्रमिक वर्ग के सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में उठाए गए संघर्षों का प्रतीक बन गया है. अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस को लेबर डे, श्रमिक दिवस या मई डे के नाम से भी जाना जाता है. हर साल यह दिन वैश्विक स्तर पर रैलियों, सम्मेलनों और जागरूकता अभियानों के जरिए मनाया जाता है .ऐसे में आज हम यहां जानेंगे अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस को मनाने की शुरुआत कैसे हुई. साथ ही इस दिन के इतिहास और महत्व के बारे में जानेंगे…

मजदूर दिवस का इतिहास

मजदूरों के नाम समर्पित इस दिन को पहली बार 1889 में मनाने का फैसला लिया गया. सन् 1886 में, अमेरिका में मजदूरों ने 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग के लिए हड़ताल की. उस दौरान मजदूरों को कठोर परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था. वे अक्सर 15-15 घंटे कम वेतन पर काम करते थे. ऐसे में मजदूर अपने हक के लिए हड़ताल पर बैठ गए. वहीं 4 मई को, शिकागो के हेयमार्केट स्क्वायर में इकट्ठी हुई भीड़ पर पुलिस ने गोलियां चला दीं, जिसके परिणामस्वरूप कई मजदूरों की जान चली गई और सैकड़ों घायल हो गए. इसी दुखद घटना की याद में, 1889 में पेरिस में आयोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित हुआ. तब से यह दिन श्रमिक अधिकारों के लिए संघर्ष और एकजुटता का प्रतीक बन गया.

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भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत

भारत में मजदूर दिवस पहली बार 1 मई 1923 को मद्रास(चेन्नई) में मनाया गया था. इसके पीछे भारतीय श्रमिक वर्ग को संगठित करने और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाने का उद्देश्य था. इस आयोजन का श्रेय लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान को जाता है.आज भी भारत के कई हिस्सों में यह दिन “कामगार दिवस” या “मजदूर दिवस” के रूप में बड़े सम्मान के साथ मनाया जाता है.

मजदूर दिवस का महत्व

मजदूर दिवस न केवल श्रमिकों के अधिकारों की याद दिलाता है, बल्कि उनके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक योगदान को भी रेखांकित करता है. यह दिन मजदूरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना करता है और श्रमिक वर्ग की एकता व सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है.

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