पदयात्रा के दौरान बाल-बाल बचे Premanand Ji Maharaj, हादसे का Video आया सामने
बड़े हादसे का शिकार होने से बचे प्रेमानंद जी महाराज
Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज अपने पदयात्रा के दौरान एक हादसे का शिकार होने से बाल बाल बच गए. उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज हर दिन की तरह पदयात्रा हर रहे थे. तभी वह एक बड़े हादसे का शिकार होने से बच गए. बुधवार, 6 मई की सुबह करीब साढ़े नौ बजे संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा पर कर रहे थे. इसी दौरान वृंदावन के परिक्रमा मार्ग पर स्वागत के लिए लगा लोहे का ट्रस गिरने लगा. उसी वक्त प्रेमानंद जी वहां मौजूद थे. हालांकि, समय रहते लोगों ने उन्हें बचा लिया. आसपास के लोगों ने लोहे का ट्रस पकड़ लिया.
लोगों ने महाराज जी को बचाया
लोगों ने इस हादसे के दौरान उन्हें बचा लिया, जिससे उन्हें कोई खरोज तक नहीं आई. इसके बाद प्रेमानंद जी महाराज वहां से फिर आगे बढ़ गए. मालूम हो कि महाराज जी हर दिन अपनी पद यात्रा निकालते हैं. जिसमें सैकड़ों लोग शामिल होते हैं. वह अपने आश्रम से निवास के लिए पैदल निकलते हैं. इस दौरान भारी संख्या में उनके प्रशंसक महाराज जी के दर्शन करने के लिए उनके पीछे पीछे चलते हैं.
वृंदावन | बाल-बाल बचे प्रेमानंद महाराज!, परिक्रमा मार्ग पर लगा स्वागत के लिए लोहे का ढांचा अचानक गिरने लगा #premanandjimaharaj #PremanandMaharaj #Vrindavan #UttarPradesh #ViralVideos pic.twitter.com/ceZkcIMOg0
— Vistaar News (@VistaarNews) May 8, 2025
राधा रानी की कृपा से बची जान
इसी कर्म में आज सुबह भी जब प्रेमानंद जी महाराज अपने आवास से निकल कर आश्रम की ओर बढ़ रहे थे तभी थोड़ी दूर आगे महाराज जी के ऊपर लोहे का ट्रस अचानक गिरने लगा, वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद महाराज जी आगे निकल गए. सोशल मीडिया इस हादसे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस घटना के बाद कुछ देर के लिए भक्तों में अफरा-तफरी मच गई. प्रेमानंद जी महाराज के भक्तों का कहना है कि यह राधा रानी की कृपा ही थी कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
यह भी पढ़ें: Blasts in Lahore: लाहौर में एक के बाद एक तीन धमाके, बजने लगे सायरन, दहशत में पाकिस्तानी
घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब इस हादसे से लोगों में अफरा-तफरी मच गई तो महाराज जी ने अपने भक्तों को समझाया. हालांकि, उन्होंने अपनी पद यात्रा जारी रखी और आगे बढ़ गए. आपको बता दें कि महाराज जी हर दिन वृंदावन की परिक्रमा के लिए अपने आश्रम से निकलते हैं. महाराज जी किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं. इसके चलते कई बार तबीयत खराब होने पर वह अपनी यात्रा रद्द भी कर देते हैं.