‘अब केवल एक ही मुद्दा है PoK…’, भारत की दो टूक, ट्रंप ने कश्मीर के मामले पर समाधान निकालने का दिया था प्रस्ताव
पीएम नरेंद्र मोदी
Operation Sindoor: पहलगाम हमले के बाद भारत से पकिस्तान को उसके घुटनों पर ला खड़ा किया. पाकिस्तान के हमलों की कोशिश का भारत ने जवाबी कार्रवाई में उनके कई एयरबेस उड़ा दिए. इसके साथ ही भारत ने कई सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया. जिसके पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का ऐलान किया गया. पाकिस्तान के ऐलान के बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हुआ. मगर इसके कुछ देर बाद भी पाक की ओर से सीजफायर उल्लंघन किया गया. जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
इस बीच आज दिल्ली में मैं मोदी की अध्यक्षता में एक बड़ी और लंबी बैठक हुई. आज की इस मीटिंग में भारत ने कश्मीर को लेकर अपनी स्पष्ट नीति को एक बार फिर से साफ़ किया. आज की मीटिंग में भारत की ओर से यह साफ़ किया है कि उसे किसी की मध्यस्थता की जरुरत नहीं है. भारत के लिए अब बस PoK यानि पाक अधिकृत कश्मीर ही मुद्दा बचा है और उसी पर अब बात होगी.
We have a very clear position on Kashmir, there is only one matter left- the return of Pakistan-Occupied Kashmir (PoK). There is nothing else to talk. If they talk about handing over terrorists, we can talk. We don't have any intention of any other topic. We don't want anyone to… pic.twitter.com/QWrmbFuK8y
— ANI (@ANI) May 11, 2025
ट्रंप के ऑफर को भारत मोदी ने किया खारिज
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम भले ही हो चूका है, मगर भारत की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. भारत की ओर से कूटनीतिक जंग अब भी जारी है. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया, साथ ही कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता का भी ऑफर दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका के इस ऑफर का स्वागत किया, जबकि भारत ने इस तरह की किसी भी मध्यस्थता के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.
पाक से बातचीत की गुंजाइश नहीं
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर के मुद्दे पर हमारा रुख साफ है और किसी भी तीसरे पक्ष की दखल स्वीकार नहीं करेंगे. पाकिस्तान अगर आतंकियों को सौंपना चाहता है, तो बातचीत के दरवाजे जरूर खुले हैं. साथ ही भारत ने साफ किया कि सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस करने के मुद्दे पर बातचीत की जा सकती है. इसके अलावा किसी अन्य मुद्दे पर बातचीत की गुंजाइश नहीं है और न ही हम किसी की मध्यस्थता चाहते हैं.
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ट्रंप के मध्यस्थता वाले ऑफर पर पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा गया कि हम राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से जम्मू और कश्मीर विवाद के समाधान के लिए प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा जताने की भी सराहना करते हैं, यह एक लंबा मुद्दा है जिसका दक्षिण एशिया और उसके बाहर शांति और सुरक्षा पर गहरा असर है.