बम की तरह कमोड में भी हो सकता है ब्लास्ट, जानें किन बातों का ध्यान रखने से बच सकती है जान
कमोड ब्लास्ट से कैसे बचें
Lifestyle News: AC, गिजर, गैस सिलेंडर या अन्य उपकरणों के ब्लास्ट की खबरें तो आपने सुनी होंगी. मगर क्या आप जानते हैं कि आपका टॉयलेट में लगा कमोड भी बम की तरह ब्लास्ट कर सकता है? जी हां, हाल के कुछ मामलों ने इस तरह के खतरे को उजागर किया है. इन मामलों के सामने आने के बाद विशेषज्ञ टॉयलेट इस्तेमाल से पहले कुछ जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं.
ग्रेटर नोएडा में हुआ हादसा
हाल ही में ग्रेटर नोएडा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. एक व्यक्ति टॉयलेट में कमोड पर बैठा था, और जैसे ही उसने फ्लश बटन दबाया, अचानक धमाका हुआ. इस हादसे में उसे गहरी चोटें आईं. प्रारंभिक जांच में पता चला कि टॉयलेट में जमा गैसों के कारण यह विस्फोट हुआ.
क्यों होता है कमोड में ब्लास्ट?
विशेषज्ञों के अनुसार, टॉयलेट में मीथेन, बायोगैस या हाइड्रोजन सल्फाइड जैसी खतरनाक गैसें जमा हो सकती हैं. ये गैसें सीवर सिस्टम या खराब प्लंबिंग के कारण बनती हैं. अगर टॉयलेट में उचित वेंटिलेशन न हो या कोई चिंगारी पैदा हो, तो ये गैसें विस्फोट का कारण बन सकती हैं.
इन सावधानियों को अपनाएं
वेंटिलेशन सुनिश्चित करें: टॉयलेट में पर्याप्त वेंटिलेशन होना चाहिए. एग्जॉस्ट फैन या खिड़की का उपयोग करें ताकि गैसें बाहर निकल सकें.
प्लंबिंग की नियमित जांच: समय-समय पर टॉयलेट और सीवर सिस्टम की जांच करवाएं. किसी भी रिसाव या ब्लॉकेज को तुरंत ठीक करें.
गैस डिटेक्टर का उपयोग: टॉयलेट में गैस डिटेक्टर लगवाएं, जो खतरनाक गैसों की मौजूदगी का अलर्ट दे सके।
नेचुरल क्लीनर का इस्तेमाल: रासायनिक क्लीनर के बजाय प्राकृतिक क्लीनर का उपयोग करें, क्योंकि कुछ केमिकल गैस बनने का कारण बन सकते हैं.
आग से बचें: टॉयलेट में माचिस, लाइटर या किसी भी ज्वलनशील चीज का इस्तेमाल न करें.
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निष्कर्ष
कमोड में ब्लास्ट का खतरा भले ही दुर्लभ लगे, लेकिन यह जानलेवा हो सकता है. घर, ऑफिस या सार्वजनिक स्थानों पर टॉयलेट का इस्तेमाल करने से पहले वेंटिलेशन, प्लंबिंग और सफाई का ध्यान रखें. छोटी-सी सावधानी आपको बड़े हादसे से बचा सकती है.