Sanjay Raut on Kamal Nath: कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों पर बोले संजय राउत- ‘ऐसे लोग बेइमान और डरपोक…’

Sanjay Raut on Kamal Nath: राजनीतिक पंडितों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था.
sanjay singh

संजय राउत

Sanjay Raut on Kamal Nath: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता कमलनाथ के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें जोरों पर हैं. छिंदवाड़ा का दौरा बीच में ही रद्दकर कमलनाथ बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली पहुंच गए थे, जिसके बाद ये कयास लगाए जाने लगे कि वे कई विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. वहीं कमलनाथ को लेकर चल रही खबरों पर शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है. कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों पर संजय राउत ने कहा कि हमारी शिवसेना के भी कुछ लोग चले गए हैं. इससे क्या फर्क पड़ता है.

संजय राउत ने क्या कहा

संजय राउत ने कहा, “यह जो डरपोक लोग होते हैं, जो पार्टी के नाम पर पैसा और धन कमाते हैं, तो वो ईडी के डर से जाते हैं. ये बेईमान और बेवफा लोग होते हैं. अगर वे भाजपा में जाना चाहते हैं तो जाएं. लोकिन मुझे नहीं लगता कि कमलनाथ जाएंगे. डरपोक लोगों से पार्टी नहीं बनती, पार्टी तो कार्यकर्ता से बनती है.”

बता दें कि नकुलनाथ ने एक्स से प्रोफाइल से कांग्रेस का नाम व लोगो हटा दिया था, जिसके बाद कमलनाथ खेमे के पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने भी अपने हैंडल से कांग्रेस का लोगो हटा दिया था. उन्होंने कहा था कि कमलनाथ जहां रहेंगे, वे भी उनके साथ रहेंगे. सज्जन सिंह वर्मा ने इशारा किया है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पूरी तरह से कांग्रेस छोड़ने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. हालांकि, एमपी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कमलनाथ को लेकर चल रही खबरों को निराधार बताया है.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस से नाराज क्यों हैं ‘इंदिरा के तीसरे बेटे’, 77 की उम्र में अब थामेंगे भगवा झंडा?

किस बात की नाराजगी?

वहीं राजनीतिक पंडितों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था. इस बात से कमलनाथ नाराज थे. इसके बाद से ही नाथ बीजेपी नेताओं से संपर्क में थे. उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया. इतना ही नहीं राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से भी कमलनाथ नाराज थे. अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह का वफादार माना जाता है. कहा ये भी जा रहा है कि कमलनाथ को राज्यसभा सीट की चाहत थी.

ज़रूर पढ़ें