Kailash Mansarovar Yatra के लिए यूपी सरकार देगी 1 लाख रुपये, जानें आवेदन पूरा प्रोसेस
कैलाश मानसरोवर यात्रा
Kailash Mansarovar Yatra: उत्तर प्रदेश सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है. सरकार ने इस पवित्र तीर्थ यात्रा को पूरा करने वाले उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासियों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का फैसला किया है. यह सहायता राशि यात्रा पूरी करने के बाद सीधे श्रद्धालुओं के बैंक खातों में जमा की जाएगी. यह कदम धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और श्रद्धालुओं को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है.
सहायता राशि का विवरण
उत्तर प्रदेश सरकार के ऐलान के मुताबिक वह प्रत्येक पात्र यात्री को 1 लाख रुपये की सब्सिडी प्रदान करेगी. यह सहायता केवल उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासियों के लिए है, जो भारत सरकार के आधिकारिक कैलाश मानसरोवर यात्रा कार्यक्रम या निजी ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से यात्रा पूरी करते हैं. सरकार के इस ऐलान का उदेश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और श्रद्धालुओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
ऐसे करें आवेदन
सरकार की ओर से मिलने वाली यह रकम आपको कैलाश मानसरोवर की यात्रा पूरी करने के बाद मिलेगी. इसका मतलब आप यात्रा से मौत आएं, फिर इसके लिए आवदेन करने पर पैसे आपके कहते में आएंगे. इसके लिए आपको 90 दिनों के अंदर यूपी सरकार के धार्मिक कार्य निदेशालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करना होगा. इसके लिए ऑफलाइन आवेदन का कोई ऑप्शन नहीं है. सब कुछ ऑनलाइन होगा.
यात्रा पूरी करने के बाद, श्रद्धालुओं को उत्तर प्रदेश के धर्मार्थ कार्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.updharmarthkarya.in पर 90 दिनों के भीतर आवेदन करना होगा.
आवश्यक दस्तावेज
नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
आधार कार्ड
पैन कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
पासपोर्ट और वीजा की कॉपी
बैंक खाते का विवरण
यात्रा पूर्ण करने का प्रमाण पत्र
अगर विभाग कोई और कागज मांगता है, तो वो भी देना होगा
प्रक्रिया: आवेदन के साथ सभी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा. आवेदन केवल ऑनलाइन स्वीकार किए जाएंगे, भौतिक रूप से कोई आवेदन स्वीकार नहीं होगा. दस्तावेजों की जांच धर्मार्थ कार्य निदेशालय, लखनऊ द्वारा की जाएगी.
सावधानी: कूटरचित दस्तावेज जमा करने पर अनुदान राशि वापस ली जाएगी और यात्री के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी.
समय सीमा: आवेदन उसी वित्तीय वर्ष में करना होगा, जिसमें यात्रा पूरी की गई है. अगले वित्तीय वर्ष में आवेदन स्वीकार नहीं होंगे.
यात्रा का आयोजन और मार्ग
आयोजन: भारत सरकार का विदेश मंत्रालय हर साल जून से सितंबर के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन करता है. यह यात्रा दो मार्गों से की जाती है.
लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड): इस मार्ग से यात्रा में लगभग 24 दिन लगते हैं और खर्च करीब 1.8 लाख रुपये है. यह मार्ग अधिक कठिन है और इसमें पैदल ट्रेकिंग की आवश्यकता होती है.
नाथू ला दर्रा (सिक्किम): यह मार्ग अपेक्षाकृत आसान और मोटरेबल है, जिसमें 21 दिन लगते हैं और खर्च करीब 2.5 लाख रुपये है. यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयुक्त है.
निजी एजेंसियां: नेपाल के रास्ते हेलीकॉप्टर या बस से भी यात्रा की जा सकती है, जिसका खर्च 2 लाख रुपये से अधिक हो सकता है.
स्वास्थ्य जांच: यात्रियों को दिल्ली में मेडिकल टेस्ट से गुजरना होता है, जो दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट और आईटीबीपी बेस हॉस्पिटल में आयोजित किए जाते हैं.
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अन्य राज्यों की सब्सिडी
हरियाणा: 50,000 रुपये की सब्सिडी, सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन.
उत्तराखंड: 30,000 रुपये की सब्सिडी, स्थायी निवासियों के लिए.
अन्य राज्य: राजस्थान (1 लाख रुपये), कर्नाटक (35,000 रुपये), दिल्ली (30,000 रुपये), गुजरात (20,000 रुपये). यह सब्सिडी केवल विदेश मंत्रालय की यात्रा के लिए लागू होती है.