Ahmedabad Plane Crash: 70 तोला सोना, 80 हजार रुपये… जानें हादसे वाली जगह से क्या कुछ मिला
अहमदाबाद विमान हादसा
Ahmedabad Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल की मौत हो गई. जमीन पर और यात्री सहित कुल 275 लोगों की जान चली गई. केवल एक यात्री की जान बच पाई. चश्मदीदों ने हादसे की जगह से भयावह दृश्यों का वर्णन किया है, जहां मलबे में शव, विमान के हिस्से, और यात्रियों का सामान बिखरा हुआ था. यह भारत का तीन दशकों में सबसे घातक विमान हादसा है.
चश्मदीदों का भयावह बयान
अहमदाबाद के रिहायशी क्षेत्र में हुए इस भीषण हादसे से हर तरफ चीख-पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा. इसी अफरातफरी के बीच 56 वर्षीय राजू पटेल ने बिना वक्त गंवाए, साहस और मानवता का परिचय दिया. पटेल ने भावुक होकर कहा कि उनकी टीम के पास स्ट्रेचर तो नहीं थे. घायलों को उठाने के लिए साड़ियों और चादरों का सहारा लिया गया. उन्होंने बताया कि उन्हें जो भी मिला उन्होंने उसका इस्तेमाल किया. उन्होंने यह भी बताया कि जली हुई जमीन पर फैला हुआ सामान, झुलसे हुए बैग और टूटी-फूटी चीजों के बीच से उन्होंने 70 तोला सोने के आभूषण, 80,000 रुपये नकद, कई पासपोर्ट और एक भगवद गीता बरामद की. यह सभी चीजें तुरंत पुलिस को सौंप दी गईं.
70 तोला सोना और नकदी: बचाव दल ने मलबे से 70 तोला सोना और 80,000 रुपये नकद बरामद किए. इसके अलावा, यात्रियों के सामान जैसे बैग, कपड़े, और गहने भी मिले.
अन्य सामान: मलबे में बिखरे हुए व्यक्तिगत सामान, जैसे मोबाइल फोन, दस्तावेज, और अन्य कीमती वस्तुएं भी बरामद की गईं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि कुछ सामान आग में जल गया, लेकिन कई चीजें सुरक्षित निकाली गईं.
ब्लैक बॉक्स: विमान का ब्लैक बॉक्स, जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल हैं, बी.जे. मेडिकल कॉलेज के मेस की छत पर मिला.
जांच और सरकारी कदम
केंद्र सरकार ने हादसे की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय बहु-विषयक समिति गठित की है, जिसका नेतृत्व केंद्रीय गृह सचिव करेंगे. जांच तीन महीने में पूरी होने की उम्मीद है. एयर इंडिया ने मृतकों के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.
भारत के नागर विमानन नियामक ने सभी बोइंग 787 विमानों की जांच के आदेश दिए हैं और दुर्घटना के सभी संभावित कारणों की जांच की जा रही है.
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पीड़ितों की पहचान
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 144 पीड़ितों की पहचान DNA टेस्टिंग के माध्यम से की गई है. शवों की स्थिति खराब होने के कारण पहचान में देरी हो रही है. मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी शामिल हैं. अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 600 से अधिक डॉक्टर, सहायक, और ड्राइवर इस प्रक्रिया में लगे हुए हैं.