क्या Tejashwi के सिर पर सजेगा सीएम का ताज? पिछले विधानसभा चुनाव का माहौल बनाने की तैयारी में RJD

Bihar Election 2025: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने युवा नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने की रणनीति बनाई है. पिछले दिनों लालू यादव ने भी तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की अपील कर दी है.
Tejashwi Yadav

बिहार चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव की रणनीति

Bihar Election 2025: बिहार में इसी साल अक्टूबर- नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर प्रदेश में चुनावी माहौल गरमा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अब तक चुनाव को लेकर 5 बार बिहार के दौरे पर आ गए हैं. राज्य में छोटी बड़ी हर पार्टी चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है. मगर इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल मुख्यमंत्री के अगले चेहरे को लेकर है. NDA जहां नीतीश के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ने की बात कर रही है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने युवा नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने की रणनीति बनाई है. पिछले दिनों लालू यादव ने भी तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की अपील कर दी है. मगर क्या बिहार चुनाव में अगर महागठबंधन चुनाव जीतती है तो तेजस्वी के सिर मुख्यमंत्री का ताज सजेगा?

पिछला माहौल बनाने करने की कोशिश

बिहार चुनाव को लेकर सभी पार्टियां सक्रिय हैं. राजद जो काफी समय से बैकफुट पर दिख रही थी, अब आक्रामक रूप में आ गयी है. पार्टी 2020 के विधानसभा चुनाव जैसे माहौल को दोहराने की कोशिश में है, जब RJD सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उस वक्त तेजस्वी यादव सरकार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुके थे. वहीं एक बार फिर तेजस्वी को उसी अंदाज में देखा जा रहा है.

NDA की रणनिति पर तेजस्वी

तेजस्वी की अगुवाई में RJD नीतीश कुमार और NDA सरकार को पिछले कई महीनों से बेरोजगारी और विकास के मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर रही थी. मगर जब इन मुद्दों पर माहौल बनता नहीं दिखा तो उन्होंने अपनी राजनीति में बदलाव किया है. तेजस्वी अब उसी राजननीति को अपना रहे हैं जिस रणनीति के तहत NDA बिहार में चुनाव जीतती आ रही है.

तेजस्वी यादव अब विकास और बेरोजगारी के मुद्दे को छोड़ चुके हैं. अब वो NDA पर भ्रष्टाचार, परिवारवाद और जंगलराज का आरोप लगा रहे हैं. जिस लालू यादव के कार्यकाल को जंगलराज से तुलना किया जाता है अब तेजस्वी भी उसी मुद्दे को NDA के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. पटना सहित बिहार के अलग-अलग जिलों में अपराध की घटनाओं को उठा कर अब NDA को जंगलराज से जोड़ रहे हैं. तेजस्वी ग्राउंड पर तो एक्टिव हैं ही, वो सोशल मीडिया के जरिए भी बिहार चुनाव का माहौल अपनी ओर मोड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं.

CM चेहरा बनाने की पक्की रणनीति

RJD ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव ही 2025 के चुनाव में महागठबंधन के CM उम्मीदवार होंगे. हाल ही में पटना में हुई RJD की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में इस फैसले को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई. लालू प्रसाद ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे तेजस्वी के नेतृत्व में जनता के बीच जाएं और नीतीश सरकार की नाकामियों को उजागर करें. हालांकि, महागठबंधन के सहयोगी दल, खासकर कांग्रेस, ने अभी तक इस पर खुला समर्थन नहीं जताया है.

2020 के माहौल को दोहराने की कोशिश

2020 के विधानसभा चुनाव में RJD ने 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी का तमगा हासिल किया था. हालांकि सरकार बनाने में नाकाम रही थी. तेजस्वी ने उस समय लगभग 250 से अधिक रैलियों के जरिए जनता से जुड़ाव बनाया था. इस बार भी RJD उसी जोश को दोहराने की योजना बना रही है.

नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार का हमला

तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर भ्रष्टाचार और कुशासन के गंभीर आरोप लगाए हैं. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर बिहार में उद्योगों की कमी, बेरोजगारी और शिक्षा व्यवस्था के पतन का आरोप तो लगाया ही था, अब वो उन्हें जंगलराज से भी जोड़ रहे हैं. साथ ही, ED और CBI की कार्रवाइयों को केंद्र और राज्य सरकार की साजिश करार दिया है. वे बिहार से लेकर केंद्र तक परिवारवाद की लिस्ट जारी कर रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वो नीतीश कुमार की ख़राब तबीयत का हवाल देकर बिहार में कुशासन का जिक्र करते हैं.

तेजस्वी ने तैयार की नई रणनीति

इधर, लालू प्रसाद ने तेजस्वी को RJD की पूरी कमान सौंप दी है. तेजस्वी को अब उम्मीदवार चयन, प्रचार रणनीति और पार्टी के सिंबल से जुड़े फैसले लेने की पूरी छूट है. RJD ने संगठन में युवा चेहरों को आगे लाने और पुराने नेताओं को नई जिम्मेदारियां देने की योजना बनाई है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी महत्वपूर्ण भूमिका दी जा जाएगी.

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MY-BAAP समीकरण पर नजर

RJD ने मिथिलांचल और सीमांचल क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए खास रणनीति बनाई है. तेजस्वी ने दरभंगा, मधुबनी और अन्य क्षेत्रों में इफ्तार पार्टियों और जनसभाओं के जरिए मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. साथ ही, पार्टी ने MY-BAAP (मुस्लिम, यादव, बहुजन, अगड़ा, और पिछड़ा) समीकरण को और मजबूत करने की रणनीति बनाई है, ताकि सभी समुदायों को साथ लाया जा सके.

तेजस्वी यादव की युवा छवि और आक्रामक प्रचार शैली RJD को बिहार में मजबूत दावेदार बना सकती है. उनकी डिजिटल रणनीति और जनता से सीधे जुड़ाव ने उन्हें नीतीश कुमार के खिलाफ एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया है. हालांकि, महागठबंधन में एकजुटता की कमी और कांग्रेस की अनिश्चितता RJD के लिए चुनौती बन सकती है. अगर RJD अपने परंपरागत वोट बैंक को साधने के साथ नए मतदाताओं को जोड़ने में कामयाब रही, तो तेजस्वी के CM बनने की राह आसान हो सकती है.

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