Amarnath Yatra 2025: जम्मू में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ शुरू, 2 जुलाई को पहला जत्था होगा रवाना
अमरनाथ यात्रा का ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू
Amarnath Yatra 2025: जम्मू में अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 30 जून यानी आज से शुरू हो गई है. श्रद्धालु ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके लिए जम्मू में कई तत्काल रजिस्ट्रेशन केंद्र बनाए गए हैं. रजिस्ट्रेशन के लिए श्रद्धालुओं को अपना आधार कार्ड साथ लाना होगा. सबसे पहले सरस्वती धाम (रेलवे स्टेशन के पास) से टोकन प्राप्त करना होगा, जिसके बाद शहर के पांच निर्धारित केंद्रों पर पंजीकरण कराया जा सकता है.
पहला जत्था 2 जुलाई को रवाना
अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था 2 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से रवाना होगा. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. यात्रा 3 जुलाई से आधिकारिक रूप से शुरू होगी और 9 अगस्त (रक्षाबंधन) तक 38 दिनों तक चलेगी. यह जत्था बालटाल और पहलगाम मार्गों से पवित्र अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ेगा.
#WATCH | Jammu, J&K | Large number of devotees visit the special centres as the registration for Amarnath Yatra begins today in special centres set by the administration in Jammu.
— ANI (@ANI) June 30, 2025
The Amarnath Yatra will commence on 3 July through the Baltal and Pahalgam routes. Currently, the… pic.twitter.com/gm1XEgVwF8
यात्रा के दो मार्ग
अमरनाथ यात्रा दो प्रमुख मार्गों- पहलगाम और बालटाल से होती है. पहलगाम मार्ग 48 किमी लंबा है और इसे पूरा करने में 3 दिन लगते हैं. यह मार्ग अपेक्षाकृत आसान है, जिसमें खड़ी चढ़ाई कम है. पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है, जो बेस कैंप से 16 किमी दूर है. वहीं, बालटाल मार्ग 14 किमी का है, लेकिन यह अधिक दुर्गम और खड़ी चढ़ाई वाला है. दोनों मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, बिजली, शौचालय, और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
यात्रा की सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा को और मजबूत किया गया है. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (NH-44) पर CRPF की मल्टी-लेयर सुरक्षा तैनात की गई है. पहली बार काफिले की सुरक्षा के लिए जैमर का उपयोग किया जाएगा, और यात्रा मार्गों को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है. 50,000 से अधिक जवान यात्रा रूट पर तैनात हैं. RFID कार्ड अनिवार्य किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं की रियल-टाइम लोकेशन ट्रैक की जा सके.
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्रद्धालु पंजाब नेशनल बैंक, SBI, जम्मू-कश्मीर बैंक, और यस बैंक की 533 शाखाओं में फॉर्म जमा कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन शुल्क 220 रुपये है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट jksasb.nic.in पर जाना होगा. यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य है, जो केवल SASB द्वारा अधिकृत डॉक्टरों से प्राप्त करना होगा.
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श्रद्धालुओं में उत्साह
रजिस्ट्रेशन के पहले दिन ही श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. एक श्रद्धालु ने कहा- ‘पहलगाम हमले के बाद भी कोई डर नहीं है. प्रशासन ने शानदार इंतजाम किए हैं.’ एक अन्य ने कहा- ‘आतंकवाद हमारी आस्था को नहीं रोक सकता. हम सभी से अपील करते हैं कि जम्मू-कश्मीर आएं और बाबा बर्फानी के दर्शन करें.’ अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है.