Maalik Movie Review: राजकुमार राव के गैंगस्टर अवतार ने रख ली लाज, फिर भी मास्टर पीस बनने से क्यों चूक गई फिल्म?

Maalik Movie Review: फिल्म की कहानी 1988 के इलाहाबाद और अब के प्रयागराज में सेट है. राजकुमार राव जो एक किसान के बेटे हैं और ऐसा क्या होता है कि वो गैंगस्टर बन जाते है, उसकी जिंदगी में क्या क्या ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं
Maalik Movie Review

मालिक मूवी रिव्यू

Maalik Movie Review: मालिक पैदा नहीं हुए तो क्या बन तो सकते हैं. जी हां, एक्टर राजकुमार राव की फिल्म ‘मालिक’ आ गयी है. मतलब क्या ही बवाल परफॉर्मेंस है. जब आप भी देखेंगे तो आपको बड़े-बड़े गैंगस्टर्स याद आ जाएंगे. आपको ‘सत्या’ वाले भीखू महात्रे याद आएंगे, ‘वास्तव’ के संजय दत्त याद आएंगे और पुराने जमाने के बच्चन साहब वाले गैंगस्टर रोल्स भी याद आ जाएंगे. इसके अलावा और क्या क्या याद आएगा और फिल्म है कैसी चलिए विस्तार से बताता हूं.

फिल्म में ढेर सारे ट्विस्ट और टर्न्स हैं

फिल्म की कहानी 1988 के इलाहाबाद और अब के प्रयागराज में सेट है. राजकुमार राव जो एक किसान के बेटे हैं और ऐसा क्या होता है कि वो गैंगस्टर बन जाते है, उसकी जिंदगी में क्या क्या ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं. क्या बाकी गैंगस्टर्स की तरह मालिक का अंत भी दुखद होता है या हैप्पी एंडिंग होती है ये जानने के लिए फिल्म आपको देखनी होगी, देखिए इसकी कहानी नॉर्मल है. और देखिए गैंगस्टर ड्रामा में कहानी ऐसी ही होती है. ट्विस्टट एंड टर्न्स डाले जाते हैं, जो इस फिल्म में डाले गए हैं, फिल्म आपको अच्छी लगेगी.

टीम वर्क ने फिल्म को बनाया दमदार

एक्टिंग की बात करें तो जो परफॉर्मेंस राजकुमार राव ने दी है, मतलब ऐसा लगता है कि ये अभी स्क्रीन से बाहर निकल के सबको गोली मार देंगे. इस हद तक इंटेंस और कन्विंसिंग लगे हैं. क्या शानदार रॉ एक्शन किया है, क्या जबरदस्त गोलियां चलाई हैं. ऐसे राजकुमार राव इस रूप में आपने कभी नहीं देखे होंगे. इस फिल्म को देखने के बाद आप सारे पहले वाले राजकुमार राव भूल जाएंगे. न्यूटन वाले, स्त्री 2 वाले, वासेपुर वाले, श्रीकांत वाले भी और पूर्वांचल के एक्सेंट को उन्होंने क्या पकड़ा है, मजा आ गया.

वहीं मानुषी छिल्लर का परफॉर्मेंस ठीक-ठाक है. उन्हें पहली बार एक बिना ग्लैमर वाला रोल मिला है और उन्होंने ये ठीक-ठाक काम किया है क्योंकि इस रोल में बहुत कुछ करने को था नहीं उनके लिए, फिर भी जितना भी है बढ़िया है. मुझे सबसे ज्यादा मजा आया, सौरभ शुक्ला को देखकर, क्या शानदार काम है. इसके अलावा सौरभ सचदेवा की एक्टिंग भी गजब लगी, बहुत बढ़िया काम है. उनका रोल और बड़ा हो सकता था, पुष्कर का काम बहुत शानदार है.

वहीं बंगाली सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी ने ये फिल्म क्यों की ये थोड़ा मेरी समझ में नहीं आया. उनका काफी छोटा-सा रोल है. काम उनका बढ़िया है, क्योंकि एक्टर अच्छे हैं लेकिन उन्होंने इतना छोटा रोल किया क्यों ये थोड़ा सवाल खड़े करता है. इसके अलावा अपने पंचायत वाले सांसद जी स्वानंद किरकिरे भी इसमें हैं. उनका काम भी बहुत बढ़िया है, कुल मिलाकर पूरी कास्ट ने अपने रोल्स के साथ इंसाफ किया है.

डायरेक्शन राइटिंग और स्क्रीनप्ले

पुलकित ने जलसनाथ के साथ मिलकर इस फिल्म की कहानी लिखी है. पुलकित ने इसका डायरेक्शन है तो दोनों ने कहानी को बढ़िया तरीके से लिखा है. जिस तरह से पुलकित ने राजकुमार राव को भूमिका दी है, मतलब वो बहुत इंप्रेसिव है क्योंकि इस फिल्म उनकी जान राजकुमार राव हो. देखिए जब ट्रेलर आया था ना तो ही सबको लग गया था कि भाई साहब ये बवाल काटेगा और फिल्म भी बिल्कुल वैसी ही है बवाल काटने वाली.

सचिन-जिगर ने दिया शानदार म्यूजिक

फिल्म में सचिन-जिगर ने म्यूजिक दिया है और इसके बैकग्राउंड स्कोर भी जैसा एक गैंगस्टर फिल्म का चाहिए वैसा ही है. गाने बढ़िया है लेकिन ज्यादा समय तक याद नहीं रहेंगे. हां, हुमा कुरैशी का एक आइटम सॉन्ग है. दिल थाम के वो थोड़ा बहुत याद रह जाता है, बाकी के गाने भी सही से बिठाये गए है तो ओवरआल म्यूजिक के मामले में यहाँ काम ठीक है.

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कैसी है ओवरऑल फिल्म?

ओवरऑल फिल्म की बात करें तो ये पक्के में सीटियों और तालियों वाली फिल्म है, इसके डायलॉग पर सीटी बजेंगी, हीरो मार-धाड़ कर रहा है. अलग-अलग तरीके से मार रहा है, एक सीन आता है जिसमें राजकुमार चार लोगों को एक साथ लटका देते हैं. फिल्म के ट्रेलर के एंड में वो सीन दिखाया गया था और जब फिल्म में माइए देखा तो वाकई गजब इंटेंस लगा भाई है, एक और सीन है. जिसमें एक बंदे को मारते हुए उसका चेहरा है, खौलते तेल की कढ़ाई में डाल देते हैं और आप हिल जाते हैं.

मतलब कैसे इतनी गोलियां चलती है, इतनी गोलियां चलती है कि आपको लगता है. यार स्क्रीन से बाहर आकर चला लो. मतलब अगर गैंगस्टर फिल्में आपको पसंद है तो पसंद आएगी. इन दिनों गैंगस्टर फिल्मों की भीड़ है. ओटीटी पर तमाम गैंगस्टर फिल्में मिल जाएंगी, लेकिन तब भी मैं कहूंगा इस फिल्म को देखिए. राजकुमार राव के लिए देखिए. आपको मजा आएगा. एक देसी गैंगस्टर टाइप की फिल्म है और जो काम है फिल्मों का ये भी करती है. यानी इंटरटेनमेंट करना, मेरी तरफ से इस फिल्म को पांच में से 4 स्टार.

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