कोल लेवी घोटाले के मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी को शिफ्ट किया जा सकता अंबिकापुर जेल, जेल प्रशासन ने ED कोर्ट में दी अर्जी
कोल लेवी घोटाले का आरोपी सूर्यकांत तिवारी
CG News: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल लेवी घोटाले में जेल में बंद मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी को अब रायपुर जेल से अंबिकापुर जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. जेल प्रशासन ने इसके लिए विशेष ईडी कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत किया है, जिस पर आज सुनवाई होनी है. प्रशासन का आरोप है कि सूर्यकांत जेल में लगातार अनुशासनहीनता कर रहे हैं और जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
हाल ही में ईडी की विशेष अदालत में एक याचिका दाखिल कर यह आरोप लगाया गया था कि जेल में बंद कोयला, आबकारी और कस्टम मिलिंग घोटालों के आरोपी एक संगठित सिंडिकेट चला रहे हैं. इस शिकायत के आधार पर अदालत ने इन आरोपों को राज्य की विभिन्न जेलों में शिफ्ट करने का आदेश दिया था.
सूर्यकांत की संपत्ति जब्त
सूर्यकांत तिवारी को कोल लेवी घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. ईडी ने उसे पीएमएलए, 2002 के तहत आरोपी बनाया है और अब तक उससे जुड़े 49.73 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को जब्त किया गया है. इनमें बैंक खातों, वाहन, नकदी, गहने और जमीन शामिल हैं.
जांच में यह सामने आया है कि जुलाई 2020 से जून 2022 के बीच कोयले के हर टन पर 25 रुपये की अवैध वसूली की गई. यह वसूली ऑनलाइन परमिट व्यवस्था को बंद कर ऑफलाइन परमिट सिस्टम लागू करने के बाद शुरू हुई. बताया जाता है कि इस आदेश को तत्कालीन खनिज संचालक IAS समीर बिश्नोई ने जारी किया था.
570 करोड़ रुपये की अवैध कमाई
घोटाले की पूरी प्रक्रिया में सूर्यकांत तिवारी की भूमिका निर्णायक रही. कोयला व्यापारियों से अवैध लेवी वसूली कर एक सुनियोजित तरीके से भ्रष्टाचार का जाल बिछाया गया, जिससे करीब 570 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई. अब जब मामला गंभीर मोड़ पर है, तो सूर्यकांत का जेल स्थानांतरण एक अहम कदम माना जा रहा है, जिससे जांच में बाधा डालने की उसकी संभावनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.