Durg Nun Arrest: केरल सांसदों के डेलीगेशन ने दुर्ग जेल में बंद ननों से की मुलाकात, INC सांसद हिबी ईडन ने प्रशासन पर लगाए आरोप

Durg Nun Arrest: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दो मलयाली ननों की गिरफ्तारी के मामले में लगातार सियासत हो रही है, इसी बीच एक बार फिर केरल सांसदों का डेलीगेशन छत्तीसगढ़ पहुंचा है. जहां चार सांसदों ने जेल में बंद ननो से मुलाकात की.
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छत्तीसगढ़ पहुंचा केरल सांसदों का डेलीगेशन

Durg Nun Arrest: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दो मलयाली ननों की गिरफ्तारी के मामले में लगातार सियासत हो रही है, इसी बीच एक बार फिर केरल सांसदों का डेलीगेशन छत्तीसगढ़ पहुंचा है. जहां चार सांसदों ने जेल में बंद ननो से मुलाकात की. इन चार सांसदों में हिबी ईडन, डीन कुरियाकोस, कोडिकुन्निल सुरेश, एंटो एंटनी शामिल है.

INC सांसद हिबी ईडन ने प्रशासन पर लगाए आरोप

इसके बाद INC सांसद हिबी ईडन ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ननों को बेहतर सुविधा नहीं मिल रही है. पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि गलत कार्रवाई हुई है, केंद्र और राज्य सरकार के दबाव में यह कार्रवाई की जा रही है, हम ननों को छुड़ाने के लिए लगातार लड़ाई जारी रखेंगे.

प्रियंका गांधी के आने के सवाल पर बोले

प्रियंका गांधी के आने के सवाल पर हिबी ईडन ने कहा कि अभी संसद सत्र चल रहा है, वहां वह बिजी है, हालांकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया में लिखकर समर्थन किया है.

रायपुर में कांग्रेस के साथ मिलकर करेंगे बड़ा प्रदर्शन

वहीं केरल सांसदों का डेलीगेशन दुर्ग जेल में बंद ननों से मिलेंगे. इसके बाद रायपुर में दोपहर 3 बजे बड़ा प्रदर्शन होगा. केरल के सांसद और छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी शामिल होंगे. साथ ही वे छत्तीसगढ़ DGP से भी मुलाक़ात करेंगे.

क्या है पूरा मामला?

मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है. 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक ने छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

2 नन की गिरफ्तारी से सियासी बवाल

दुर्ग में GRP द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बवाल मच गया है. इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.

पहले भी डेलीगेट पहुंचा था छत्तीसगढ़

इस मामले में दोनों नन से मिलने के लिए INDI गठबंधन और केरल BJP का डेलीगेट भी दुर्ग जेल पहुंचा था. 29 जुलाई को INDI गठबंधन के 5 सदस्यों के डेलीगेट ने दोनों ननों से मुलाकात की. इसके अलावा केरल BJP के महासचिव अनूप एंटनी जोसेफ ने CM विष्णु देव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की. साथ ही ननों से भी केरल BJP के डेलीगेट ने मुलाकात की थी.

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प्रियंका गांधी समेत INDI गठबंधन के सांसदों का प्रदर्शन

30 जुलाई 2025 को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, कांग्रेस सांसद हिबी ईडन, AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य कांग्रेस सांसदों ने दो ननों की गिरफ्तारी को लेकर BJP सरकार के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

सेशन कोर्ट ने कहा-NIA कोर्ट में दायर करें याचिकाएं

दुर्ग कोर्ट के वकील रविशंकर सिंह ने बताया कि आज सेशन कोर्ट में नन पक्ष के वकीलों ने जमानत याचिका लगाई थी, क्योंकि उसे कोर्ट के जज छुट्टी में थे तो इस केस पर सुनवाई करते हुए एडीजे अनीश दुबे ने कहा कि मुझे यह बेल सुनने का अधिकार नहीं है क्योंकि यह एनआईए एक्ट में आता है और जो कोर्ट है वह बिलासपुर में है. इस पर आरोपी पक्ष के वकील ने कहा सर मैं यह कैसे मानू मेरा आदमी तो यहां पर अंदर है, इसके बाद जज साहब ने कहा ठीक है. मैं यह सब लिखकर जमानत याचिका निराकृत कर देता हूँ, आप जाइए वहां पर 439 बेल एप्लीकेशन लगाइए. बिलासपुर में वहां से डायरी कॉल होगी तब आप जाइयेगा, और जज साहब ने पुलिस को कहा कि आप लोग ये सारे मामले में 15 दिन में केंद्र सरकार से मंजूरी लेकर उसमें अपराध पंजीबद करके उनको जानकारी दी जाती है. जब सामने पुलिस को कहा कि आप 15 दिन में इस मामले की केंद्र सरकार को जानकारी देकर अपराध पंजीकृत करके केंद्र सरकार से मंजूरी लीजिये और बिलासपुर एनआईए कोर्ट में दाखिल करिए.

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