Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में अब तक बने चार मुख्यमंत्री, सबसे कम है CM विष्णुदेव साय की संपत्ति
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज जन्मदिन है. 60 साल के विष्णुदेव साय का जन्मदिन आज प्रदेशभर में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. लेकिन क्या आपको पता है कि विष्णुदेव साय की संपत्ति कितनी है? बचपन से ही नेताओं के बीच पले-बढ़े विष्णु राजनीति का चमकता सितारा कैसे बने?
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संपत्ति 3 करोड़
राज्य के चौथे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संपत्ति कितनी है? विष्णुदेव साय की कुल संपत्ति 3 करोड़ 80 लाख 81 हजार 550 रुपए है. राज्य के अमीर विधायकों की लिस्ट में साय 90 में से 36 वें नंबर के विधायक है. वहीं साय से पहले राज्य में 3 और मुख्यमंत्री बने हैं. इनकी संपत्ति की बात करें तो राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुल संपत्ति 33 करोड़ 38 लाख रुपए है. दूसरे मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की कुल संपत्ति 15 करोड़ 35 लाख रुपए से अधिक है. राज्य के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की कुल संपत्ति 8 करोड़ रुपए से अधिक रही है. इस तरह से छत्तीसगढ़ में अब तक बने 4 मुख्यमंत्रियों में सबसे अमीर भूपेश बघेल हैं.
जशपुर के बगिया गांव के रहने वाले हैं सीएम साय
आपको बताते चलें कि सीएम विष्णुदेव साय का 21 फरवरी 1964 में जशुपर जिले के फरसाबहार विकासखण्ड के ग्राम बगिया में हुआ. उनके पिता स्वर्गीय राम प्रसाद साय और माता जसमनी देवी साय है. विष्णुदेव साय का विवाह 27 मई 1991 को कौशल्या देवी साय से हुआ. उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं. साय ने जशपुर जिले के कुनकुरी से अपनी हायर सेकेण्डरी की शिक्षा पूरी की है. पिता के गुजर जाने के बाद मां ने विष्णुदेव साय को पिता का प्यार दिया और मां की ममता ने साय को मजबूत बनाया.
ग्राम पंचायत के पंच राज्य के सीएम बने साय
छत्तीसगढ़ के चौथे और बीजेपी के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं. उन्होंने अपने 34 साल के राजनीतिक सफर में ग्राम पंचायत के पंच से राज्य के सीएम बनने का सफर तय किया है. लेकिन विष्णुदेव साय का बचपन से ही राजनीति में लगाव रहा है. क्योंकि विष्णुदेव साय के बड़े पिता नरहरि प्रसाद साय और केदारनाथ साय लंबे समय तक राजनीति में रहे. स्वर्गीय नरहरि प्रसाद लैलूंगा और बगीचा से विधायक और बाद में सांसद चुने गए. केंद्र में संचार राज्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया. इसके अलावा केदारनाथ साय तपकरा से विधायक रहे. विष्णुदेव साय के दादा बुधनाथ साय भी सन् 1947-1952 तक विधायक रहे.
रायगढ़ लोकसभा से 4 बार लोकसभा सांसद रहे
विष्णुदेव साय के राजनीतिक सफर की बात करें तो 1990 में ही पहली बार तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. सन 1999 से रायगढ़ से सांसद बने और इसके बाद लगातार 3 बार और सांसद चुने गए. उन्होंने लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ से सन 1999 में 13 वीं लोकसभा, 2004 में 14वीं लोकसभा, सन 2009 में 15 वीं लोकसभा और 2014 में 16वीं लोकसभा के सदस्य रहे चुके हैं. इस दौरान विष्णुदेव साय ने 27 मई 2014 से 2019 तक केन्द्रीय राज्य मंत्री के रूप में इस्पात, खान, श्रम व रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली है.