उत्तराखंड के CM धामी ने धराली आपदा के प्रभावित परिवारों से की मुलाकात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Uttarakhand Cloudburst: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए धराली का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.
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उत्तराखंड में बादल फटने से मची तबाही

Uttarakhand Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार, 5 अगस्त को बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटना ने भारी तबाही मचाई है. इस आपदा में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 100 से अधिक लोग लापता हैं, जिनमें सेना के 8-10 जवान भी शामिल हैं. खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ ने 20-25 होमस्टे, होटल और घरों को नष्ट कर दिया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए धराली का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. उन्होंने देहरादून के आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत कार्यों की समीक्षा की और आपातकालीन बैठक बुलाकर युद्धस्तर पर बचाव कार्यों के निर्देश दिए. धामी ने अपने आंध्र प्रदेश दौरे को रद्द कर आपदा प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया.

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को विभिन्न मानहानि मामलों में जमानत मिली है. 6 अगस्त को झारखंड की एक विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट ने 2018 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में राहुल गांधी को जमानत दी. इस मामले में कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था, जिसके बाद राहुल गांधी चाईबासा कोर्ट में पेश हुए.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने 6 अगस्त को घोषणा की कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का सर्वसम्मति से फैसला किया है. यह निर्णय MPC की 6 अगस्त को समाप्त हुई बैठक के बाद लिया गया, जो गवर्नर मल्होत्रा की अध्यक्षता में हुई. रेपो दर को स्थिर रखने का यह कदम वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, विशेष रूप से अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक मौद्रिक नीति रुझानों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में 5 अगस्त की दोपहर करीब 1:45 बजे बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई. खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ और मलबे के सैलाब ने गांव के घर, होटल, दुकानें और बाजार को तहस-नहस कर दिया. इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें भारतीय सेना के 8-10 जवान और एक जेसीओ शामिल हैं.

सेना का एक कैंप भी इस आपदा की चपेट में आया. राहत और बचाव कार्यों में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस की टीमें युद्धस्तर पर जुटी हैं. अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन भारी बारिश और मलबे ने बचाव कार्यों में चुनौतियां पैदा की हैं. मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर से सहायता नहीं पहुंच पा रही है.

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