‘S-400 से हमने पाक के 5 जेट मार गिराए, 300 KM दूर से किया तबाह’, ऑपरेशन सिंदूर पर IAF प्रमुख का बड़ा बयान

ऑपरेशन सिंदूर पर एपी सिंह ने कहा, "यहां कम से कम छोटे-बड़े छह रडार, AEW&C हैंगर में कम से कम एक AEW&C और कुछ F-16 के संकेत मिले हैं, जो वहां रखरखाव के अधीन थे."
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ऑपरेशन सिंदूर

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के एक्शन को लेकर वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने बड़ा बयान दिया है. वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान के 5 जेट्स को मार गिराया था.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुरिदके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय पर हमले की पहले और बाद की तस्वीरें दिखाते हुए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि हमने 5 लड़ाकू विमानों और एक AEW&C विमान को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया था. इस दौरान एयर चीफ मार्शल ने एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 को ‘गेम चेंजर’ बताया.

एफ-16 हैंगर को बड़ा नुकसान पहुंचाया- वायुसेना प्रमुख

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि यह वास्तव में अब तक का सबसे बड़ा सतह से हवा में मार करने वाला रिकॉर्ड है जिसके बारे में हम बात कर सकते हैं. एपी सिंह ने कहा, “शाहबाज़ जैकबाबाद एयरबेस उन प्रमुख हवाई अड्डों में से एक है जिन पर हमला किया गया था. यहां एक F-16 हैंगर है और वह आधा तबाह हो गया है. मुझे यकीन है कि अंदर कुछ विमान थे जो क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हम मुरिदके और चकलाला जैसे कम से कम दो कमांड और कंट्रोल सेंटर को टारगेट करने में कामयाब रहे.”

हमें पूरी आजादी थी- एपी सिंह

एपी सिंह ने कहा, “यहां कम से कम छोटे-बड़े छह रडार, AEW&C हैंगर में कम से कम एक AEW&C और कुछ F-16 के संकेत मिले हैं, जो वहां रखरखाव के अधीन थे.”

एपी सिंह ने कहा, “इस सफलता का एक प्रमुख कारण राजनीतिक इच्छाशक्ति का होना था. हमें बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे. हमें कोई रोक नहीं थी. हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है. हमें प्लान बनाने और उसे लागू करने की पूरी आज़ादी थी. हमारे हमले सोच-समझकर किए गए थे. तीनों सेनाओं के बीच एक समन्वय था. सीडीएस के पद ने वास्तव में एक बड़ा बदलाव लाया है. वह हमें एकजुट करने के लिए मौजूद थे. एनएसए ने भी सभी एजेंसियों को एक साथ लाने में बड़ी भूमिका निभाई.”

ऑपरेशन सिंदूर रोकने के फैसले पर क्या बोले?

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, “युद्ध में लोगों पर अहंकार हावी होने लगा था. एक बार जब हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया, तो हमें इसे रोकने के सभी अवसर तलाशने चाहिए थे. वहीं मेरे कुछ करीबी लोगों ने कहा, ‘और मरना था..’ लेकिन क्या हम युद्ध जारी रख सकते हैं? देश ने एक अच्छा निर्णय लिया है.”

सीजफायर पर भी बोले एयर चीफ मार्शल

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने सीजफायर पर कहा, “यह एक हाई-टेक युद्ध था. 80 से 90 घंटों के युद्ध में हम इतना नुकसान पहुंचा चुके थे कि उन्हें साफ पता चल गया था कि अगर वे इसे जारी रखेंगे, तो उन्हें इसकी और भी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी. इसलिए वे आगे आए और हमारे डीजीएमओ को संदेश भेजा कि वे बातचीत करना चाहते हैं. हमारी तरफ़ से इसे स्वीकार कर लिया गया.” बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार सीजफायर का क्रेडिट लेने का दावा करते रहे हैं जबकि भारत की तरफ से साफ कहा गया है कि सीजफायर की पहल पाकिस्तान की तरफ से की गई थी.

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