देश के 334 राजनीतिक दलों का रजिस्ट्रेशन रद्द, छत्तीसगढ़ की 9 पार्टियां भी शामिल, वोटर लिस्ट पर घमासान के बीच EC का बड़ा एक्शन

Delisting of 334 parties: देश में वोटर लिस्ट को लेकर मचे घमासान के बीच चुनाव आयोग(Election Commission Of India) ने बड़ा एक्शन लिया है. चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ की 9 समेत 334 पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों यानी RUPPs(Registered Unrecognised Political Parties) का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है.
Photo Source: PTI

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Delisting of 334 parties: देश में वोटर लिस्ट को लेकर मचे घमासान के बीच चुनाव आयोग(Election Commission Of India) ने बड़ा एक्शन लिया है. चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ की 9 समेत 334 पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों यानी RUPPs(Registered Unrecognised Political Parties) का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है.

इन राजनीतिक दलों ने 2019 से ना तो कोई चुनाव लड़ा था और ना ही इनका भौतिक अस्तित्व कहीं मिला. आयोग ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29A के तहत ये कार्रवाई की है.

6 सालों तक चुनाव ना लड़ने पर हो सकती है डीलिस्टिंग

चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक अगर कोई पॉलिटिकल पार्टी 6 सालों तक चुनाव नहीं लड़ती है, तो आयोग ऐसी पार्टियों को डीलिस्ट कर देता है. इसके पहले जून 2025 में आयोग ने 345 RUPPs की जांच का आदेश दिया था कि ये शर्तों का पालन कर रहे हैं या नहीं. इसके बाद जांच में पता चला कि 345 में से 334 पार्टियां गाइड लाइन के मुताबिक नहीं हैं. जिसके बाद आयोग ने कार्रवाई की है. जबकि 11 पार्टियों को लेकर फिर से सत्यापन के लिए राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के पास भेजा गया है.

अब 2520 गैर मान्यता प्राप्त रजिस्टर्ड पार्टियां बचीं

देश में कुल 6 राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां, 67 क्षेत्रीय पार्टियां हैं. जबकि अब तक RUPPs यानी गैर मान्यता प्राप्त 2854 पार्टियां थीं, लेकिन अब 334 पार्टियों की डीलिस्टिंग के बाद 2520 गैर मान्यता प्राप्त रजिस्टर्ड पार्टियां बची हैं. इस कार्रवाई को लेकर चुनाव आयोग ने एक्स पर ट्वीट करके भी जानकारी दी है.

चुनाव में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया कदम

चुनाव आयोग ने ऐसे कदम में ये कदम उठाया है, जब देश में वोटर लिस्ट को लेकर सियासत गर्म है. बताया जा रहा है कि चुनाव में पारदर्शिता लाने और चुनाव में व्यवस्था को साफ-सुथरा बनाने के लिए चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की है.

कहा जाता है कि ऐसे दल जो सिर्फ कागजों पर होते हैं लेकिन भौतिक रूप से उनका कोई ऑफिस या अस्तित्व नहीं होता है, वो दल मनी लॉन्ड्रिंग का जरिया हो सकते हैं. साथ ही ऐसी पार्टियों की गैर कानूनी गतिविधियों मे संलिप्त रहने की भी संभावना होती है.

छत्तीसगढ़ के इस दलों पर लिया गया एक्शन

  1. छत्तीसगढ़ एकता पार्टी
  2. छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा
  3. छत्तीसगढ़ समाजवादी पार्टी
  4. छत्तीसगढ़ संयुक्त जातीय पार्टी
  5. छत्तीसगढ़ विकास पार्टी
  6. राष्ट्रीय आदिवासी बहुजन पार्टी
  7. राष्ट्रीय मानव एकता कांग्रेस पार्टी
  8. राष्ट्रीय समाजवाद पार्टी संविधान मोर्चा
  9. पृथक बस्तर राज्य पार्टी

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