Jabalpur की 7 सबसे डरावनी जगहें, जहां जाने से डरते हैं लोग, जो वहां गया सही-सलामत नहीं आता
Jabalpur Haunted Places: क्या आप जानते हैं जबलपुर में कई ऐसी जगहें हैं, जिनका नाम सुनते ही लोगों की पसीने छूट जाते हैं. इन जगहों की ऐसी कई कहानियां भी हैं जो लोगों के बीच प्रचलित हैं. आइए ऐसी ही कुछ जानते हैं.
मध्यप्रदेश के जबलपुर में कई ऐसी डरावनी जगहें हैं जहां आज भी लोग अकेले जाने से डरते हैं और अगर किसी कारण से निकलना पड़ जाए तो उनकी गाड़ी की रफ्तार तेज हो जाती है.
जबलपुर के लाल पुल नाम से प्रसिद्ध हैमिल्टन ब्रिज में इंजीनियर हैमिल्टन और स्थानीय लड़की ललिता ने पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. कहते हैं उनकी आत्मा आज भी भटकती है.
जबलपुर के सबसे बड़े मुक्तिधाम ग्वारीघाट में दर्जनों शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. लोगों का मानना है कि शव के जलने के बाद रात में उनकी आत्माएं भटकती दिखाई देती हैं.
जबलपुर के रांझी क्षेत्र स्थित सतपुला पुल सुसाइड प्वाइंट के नाम से जाना जाता है. इस पुल के नीचे आम लोग हो या फिर कपल्स उनकी ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत होती है.
जबलपुर के ये VFJ क्वार्टर देखते ही राहगीरों के पसीने छूट जाते हैं. दशकों से खंडहर पड़े इन क्वार्टर में डरावनी आवाज आती है. जहां कई बार रात में लाशें बरामद की गई हैं.
रांझी स्थित व्हीकल मढ़ई जाने वाली रोड में तंत्र-मंत्र क्रिया होने का अंदेशा किया जाता है. जहां से निकलते वालों का आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं.
खमरिया के खंडहर क्वार्टर भूत बंगला के नाम से जाना जाता है. जहां सूनसान इलाका होने के चलते और बंगले में पहले कई मौत होने के कारण लोग दिन में भी बंगले की तरफ देखने से घबराते हैं.
जबलपुर के रामपुर स्थित मेडिकल हॉस्पिटल में आए दिन पोस्टमार्टम होने के कारण लोग इस रोड से निकलने के बाद काफी डरा हुआ महसूस करते हैं.