दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर ED का छापा, अस्पताल निर्माण घोटाले में एक्शन
आप नेता सौरभ भारद्वाज
Delhi Hospital Scam ED Raids: दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर ED की टीम ने छापा मारा है. दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) द्वारा राजधानी में AAP सरकार के दौरान स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में करीब 5590 करोड़ रुपए के कथित घोटाले के आरोप लगाते हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस दर्ज किया था. उस केस में अब यह एक्शन लिया गया है.
AAP नेता सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर ED की रेड
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. ED ने 26 अगस्त की सुबह उनके आवास सहित दिल्ली-NCR में 13 ठिकानों पर रेड मारी है. यह कार्रवाई 5,590 करोड़ रुपए के कथित अस्पताल निर्माण घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है.
‘आप को टारगेट किया जा रहा है’
AAP नेता सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर ED की रेड को लेकर दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा- ‘सौरभ भारद्वाज के घर ED की रेड मोदी सरकार द्वारा एजेंसीज के दुरुपयोग का एक और मामला है. मोदी सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गई है. जिस तरह ‘आप’ को टारगेट किया जा रहा है. ऐसे इतिहास में किसी पार्टी को नहीं किया गया. ‘आप’ को इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार की गलत नीतियों और भ्रष्ट कामों के खिलाफ सबसे मुखर आवाज ‘आप’ की है. मोदी सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है. ये कभी नहीं होगा. आप बीजेपी की इन रेडों से डरने वाली नहीं. हम हमेशा की तरह देश हित में गलत नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे.’
क्या है पूरा मामला?
साल 2018-19 में दिल्ली की AAP सरकार ने 24 अस्पताल परियोजनाओं के लिए 5,590 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी थी. इनमें से कई परियोजनाओं में अनियमितताओं और लापरवाही के गंभीपर आरोप. जानकारी के मुताबिक लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल की निर्माण लागत 488 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपए तक पहुंच गई. वहीं, कई प्रोजेक्ट्स में बिना मंजूरी के निर्माण शुरू किया गया और ठेकेदारों की भूमिका संदिग्ध पाई गई. 800 करोड़ रुपए खर्च होने के बावजूद कई परियोजनाएं आधी-अधूरी हैं और ICU अस्पताल जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स 6 महीने में पूरे होने थे, लेकिन तीन साल बाद भी अधूरे हैं.
अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली (HIMS) परियोजना 2016 से लंबित है, जिसे जानबूझकर टालने का आरोप है. इस मामले में सौरभ भारद्वाज के साथ-साथ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी जांच के दायरे में हैं. ED ने इस मामले में अपनी ECIR (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) दर्ज की है.
सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन पर नजर
स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में घोटाले के मामले में AAP नेता सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन पर नजर है. AAP नेता सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने AAP सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल जैसे महत्वपूर्ण विभागों में काम किया है. वह पार्टी के प्रमुख प्रवक्ताओं में से एक है. दूसरी ओर सत्येंद्र जैन भी इस घोटाले में जांच के घेरे में हैं. ED का आरोप है कि इन परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, लागत में अनुचित वृद्धि, अनधिकृत निर्माण और सार्वजनिक धन की हेराफेरी हुई है.
वहीं, आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों और छापेमार कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार देते हुए केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. AAP का कहना है कि यह कार्रवाई जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है.