नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी, हाई अलर्ट पर पुलिस
बिहार में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद आतंकी
Bihar News: अगले दो माह के अंदर बिहार में विधानसभा चुनाव होने को हैं. मगर इससे पहले प्रदेश में आतंकी खतरे ने प्रशासन को हाई अलर्ट पर ला दिया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसपैठ कर चुके हैं.
जैश-ए-मोहम्मद के इन तीनों आतंकियों की पहचान हसनैन अली (रावलपिंडी), आदिल हुसैन (उमरकोट) और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर) के रूप में हुई है. बिहार पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने इस इनपुट को गंभीरता से लेते हुए पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
बिहार में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी, अलर्ट जारी
— Vistaar News (@VistaarNews) August 28, 2025
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आतंकियों का रास्ता और मंसूबा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये तीनों आतंकी अगस्त 2025 के दूसरे सप्ताह में नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे थे. इसके बाद, तीसरे सप्ताह में नेपाल-भारत सीमा पार कर बिहार में दाखिल हुए. खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकी देश के किसी हिस्से में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं. हालांकि, इनका ठोस मकसद या अगला कदम अभी स्पष्ट नहीं है. बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह घुसपैठ और भी चिंताजनक है.
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SP) और खुफिया इकाइयों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. खास तौर पर नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों जैसे सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल में चौकसी बढ़ा दी गई है. सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस ने चेकपोस्ट और पेट्रोलिंग को और सख्त कर दिया है. होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले इलाकों में CCTV फुटेज और खुफिया नेटवर्क के जरिए निगरानी रखी जा रही है.
आतंकियों की पहचान और पासपोर्ट डिटेल्स
पुलिस मुख्यालय ने तीनों आतंकियों के नाम, तस्वीरें और पासपोर्ट से संबंधित जानकारी सीमावर्ती जिलों के प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा की है. यह भी बताया गया है कि ये आतंकी नेपाल को सुरक्षित रास्ते के रूप में इस्तेमाल कर भारत में घुसे हैं, जैसा कि पहले भी कई बार देखा गया है. स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस हेल्पलाइन या स्थानीय थाने को दें.
चुनावी माहौल में सुरक्षा चुनौतियां
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गतिविधियां तेज हैं. हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की बिहार यात्रा और अन्य पार्टियों के नेताओं का दौरा इस समय को और संवेदनशील बनाता है. आतंकियों की घुसपैठ की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि ऐसी घटनाएं चुनावी माहौल को अस्थिर कर सकती हैं. पुलिस और खुफिया एजेंसियां इन आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने और किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए लगातार काम कर रही हैं.
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पहले भी नेपाल के रास्ते आए हैं आतंकी
नेपाल-भारत सीमा, जो बिहार के साथ 729 किलोमीटर लंबी है, पहले भी आतंकी गतिविधियों के लिए दुरुपयोग की जा चुकी है. इस खुली और संवेदनशील सीमा का इस्तेमाल घुसपैठ के लिए बार-बार हुआ है. हाल ही में, मई 2025 में मोतिहारी में एक खालिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया गया था, जो नेपाल के वीरगंज के रास्ते भारत में घुसा था. इस बार भी सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन और अन्य तकनीकों की मदद से सीमा पर निगरानी बढ़ा रही हैं.