भारत और चीन के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी, PM मोदी बोले- जिनपिंग के साथ सार्थक मीटिंग हुई
PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
India-China Agreement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 सालों बार चीन पहुंचे हैं. यहां उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन(SCO) की बैठक में भाग लिया. इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी 50 मिनट तक बातचीत हुई. इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर खुशी हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि अब इस वक्त में ड्रैगन (चीन) और (हाथी भारत) को साथ आना चाहिए. दोनों नेताओं की बातचीत में कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी है.
भारत और चीन के बीच इन मुद्दों पर सहमति बनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच करीब 50 मिनट तक चर्चा हुई. दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर सहमति बनी है. दोनों देशों ने माना कि दोनों अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक व्यापार में अहम भूमिका निभा सकती हैं.
पिछले साल पहले दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. पिछले साल हुए समझौते को लेकर दोनों ने एक-दूसरे की तारीफ की और आगे भी इसे जारी रखने की सहमति बनी. दोनों देशों ने एक-दूसरे का सम्मान रखकर सीमा विवाद सुलझाने और शांति बनाए रखने पर सहमति जताई है.
अगले साल यानी 2026 में भारत में BRICS समित होना है. इसको लेकर भारत ने चीन को न्योता दिया है. इसके साथ ही चीन ने भारत को BRICS की अध्यक्षता का समर्थन करने का वादा किया है.
Had a fruitful meeting with President Xi Jinping in Tianjin on the sidelines of the SCO Summit. We reviewed the positive momentum in India-China relations since our last meeting in Kazan. We agreed on the importance of maintaining peace and tranquility in border areas and… pic.twitter.com/HBYS5lhe9d
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
शी जिनपिंग ने दिए 4 सुझाव
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग ने 4 सुझाव दिए हैं. शी जिनपिंग के 4 सुझावों में डिप्लोमेटिक संवाद बढ़ाना, एक-दूसरे के प्रति भरोसा मजबूत करना, आदान-प्रदान बढ़ाना और वैश्विक मंच पर एक-दूसरे के हितों की रक्षा करना शामिल है. जिसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.
इसके अलावा दोनों नेताओं ने कहा कि लगभग 2.8 अरब की आबादी की खुशहाली के लिए दोनों देशों के दोस्ताना रिश्ते जरूरी हैं.
PM मोदी के चीन दौरे पर ग्लोबल मीडिया का कवरेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन दौरा पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. ग्लोबल मीडिया ने प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को कवरेज किया है. वैश्विक मीडिया के अधिकतर संस्थानों ने भारत और चीन के करीब आने को लेकर ट्रंप के टैरिफ का जिक्र किया है. वैश्विक मीडिया ने बताया है कि भारत और चीन के लिए ट्रंप का टैरिफ चुनौती बना हुआ है. ऐसे में दोनों ही देश आपसी मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं.
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