AI का इस्तेमाल करते हैं, तो हो जाएं सावधान! कभी साझा ना करें ये जानकारी, वरना हो सकते हैं हैकर्स का शिकार
AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज के समय में हमारी सबसे बड़ी जरूरत बन गई है. कोई भी सवाल हो या छोटा-बड़ा काम हम हर चीज के लिए AI की मदद लेते है. लेकिन क्या आप जानते है हम जाने-अनजाने अपनी महत्वपूर्ण जानकारी हैकर्स को दे रहे है. जी हां, सही सुना आपने, हम आपको बताएंगे कि किस तरह आप अपनी संवेदनशील जानकारी AI काे दे रहे हैं.
आज के समय में हम हर काम करने के लिए ChatGPT, Grok, Copilot या Meta AI जैसे चैटबॉट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं.
सवाल का जवाब पाने के लिए हमें इन AI's को अपनी जानकारी देनी होती है, जो ये चैटबॉट्स स्टोर और प्रोसेस करते हैं.
चैटबॉट्स के पास स्टोर हमारा नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल या बैंक डिटेल जैसी जानकारी हैकर्स के लिए हमारे खिलाफ हथियार का काम कर सकती हैं.
AI का इस्तेमाल करते समय हमें इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि हम अपने बैंक अकाउंट, पासवर्ड और डेबिट या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स साझा ना करें.
हैकर्स AI से जानकारी लीक होते ही अपने बैंक अकाउंट और आर्थिक संबंधी जानकारी से आपको धोखाधड़ी का शिकार बना सकते हैं.
कई बार हम AI पर भरोसा करके उसकी सलाह पर दवाइयां और हेल्थ से जुड़े सुझाव लेकर ही घर पर डॉक्टर बन जाते हैं, जो हमारे लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
हम कई बार अपना पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान पत्र या निजी तस्वीरें भी AI से शेयर कर देते हैं जो हमारी पहचान की चोरी और साइबर फ्रॉड का कारण बन सकता है.
AI का इस्तेमाल करते समय हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हम उसे सामान्य जानकारी के लिए ही इस्तेमाल करें और अपनी कोई भी संवेदनशील जानकारी साझा ना करें.