136 साल पुराने इस स्कूल ने रचे हैं बड़े कीर्तिमान, शिक्षा के मंदिर से निकले सांसद-विधायक और अफसर

CG News: अंतागढ़ का छोटा सा स्कूल आज बड़े सपनों का गवाह है. इसने नेताओं से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, अफसर और कलाकार तक तैयार किए हैं, जिन्होंने क्षेत्र का नाम रोशन किया है.
Antagarh Primary School

अंतागढ़ प्राथमिक शाला

CG News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे से कस्बे अंतागढ़ का प्राथमिक स्कूल सिर्फ शिक्षा का केंद्र नहीं बल्कि सपनों को पंख देने वाली पाठशाला साबित हुआ है. इस स्कूल ने गांव की सीमाओं को पार कर देश-दुनिया में पहचान दिलाने वाले नेता, अफसर, डॉक्टर, इंजीनियर और कलाकार दिए हैं. इस प्राथमिक शाला की नींव साल 1988 में रखी गई थी. छोटे से कमरे से शुरू हुआ यह स्कूल आज 136 साल पूरे कर चुका है. शुरुआती दिनों में यहां चौथी तक की पढ़ाई होती थी और आगे की शिक्षा के लिए बच्चों को कोण्डागांव जाना पड़ता था. इस स्कूल का पहला नाम छात्र चंदन हलबा रहा, जिनका नाम आज भी रजिस्टर में दर्ज है.

आईएएस नीलकंठ टेकाम भी इसी स्कूल से पढ़े

इस स्कूल ने राजनीति और प्रशासन दोनों क्षेत्रों में कई होनहार दिए हैं. अविभाजित मध्य प्रदेश के समय जिला पंचायत अध्यक्ष रहे भूनेश्वर नाग, पूर्व विधायक अनुप नाग, नगर पंचायत अध्यक्ष राधेलाल नाग और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राधेश्याम सोरी जैसे नेता यहीं से पढ़े. वहीं, इस स्कूल के छात्र रहे राजेश पवार एएसपी पद तक पहुंचे, वे नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. उनकी याद में शासकीय हाई स्कूल अंतागढ़ का नाम रखा गया है. इसी कड़ी में आईएएस नीलकंठ टेकाम भी इसी स्कूल से पढ़े, जो बाद में कलेक्टर और विधायक बने. छात्र जीवन से समाज सेवा में एक्टिव रहे नीलकंठ टेकाम एमपी और छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

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वर्तमान सांसद भोजराज भी यहीं से पढ़े हैं

कांकेर के वर्तमान सांसद भोजराज नाग भी अंतागढ़ का प्राथमिक स्कूल से पढ़कर निकले हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ. रामचंद ठाकुर, पूर्व बीओ भूनेश्वर उईके और डॉ. तुषार पाणिग्रही भी इसी स्कूल के छात्र रह चुके हैं.

ऑल इंडिया इंजीनियरिंग सेवा 2005 के चयनित होने वाले राजीव नगाईच भी इस स्कूल के पूर्व छात्र हैं, जो फिलहाल नागपुर के टेलीकॉम विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एक और पूर्व छात्र हेमंत पाणिग्रही ने एफटीआईआई, एनएसडी के साथ ही भारतीय सेना द्वारा आयोजित रक्षा पत्रकारिता का कोर्स किया है. उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य अलंकरण दिया है.

इसके अलावा, नवोदित अभिनेत्री नेहा पायल ने भी इसी स्कूल से ककहरा सीखा है. वे रोहित शेट्टी की फिल्म सूर्यवंशी में काम कर चुकी हैं. नेहा पायल इसके अलावा कई नामी प्रोडक्ट्स के लिए ब्रांड शूट भी कर चुकी हैं.

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