Ujjain में नाथ संप्रदाय की होगी बड़ी बैठक, UP के मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल, भगवान शिव से हुई थी नाथ पंथ की शुरुआत

इस बैठक में देशभर में नाथ संप्रदाय से जुड़े हजारों साधु-संत और संप्रदाय से जुड़ अनुयायी शामिल होंगे. इसमें नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे.
Yogi Adityanath(File Photo)

योगी आदित्यनाथ(File Photo)

Meeting of the Nath sect: उज्जैन में नाथ संप्रदाय की बड़ी बैठक होने जा रही है. ये बैठक सिंहस्थ 2028 की तैयारियों और विकास कार्यों को लेकर होगी. इस बैठक में देशभर में नाथ संप्रदाय से जुड़े हजारों साधु-संत और संप्रदाय से जुड़ अनुयायी शामिल होंगे. इसमें नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे.

योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होगी बैठक

भर्तृहरि गुफा के गादीपति पीर योगी राम नाथ महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है. आदित्यनाथ को उज्जैन में प्रस्तावित बैठक का निमंत्रण दिया गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही नाथ संप्रदायक की होने वाली बैठक की अध्यक्षता करने के लिए उज्जैन आएंगे.

नाथ संप्रदाय की इस बैठक में सिंहस्थ से जुड़े मुद्दों, साधु–संतों के लिए व्यवस्थाओं और उज्जैन में चल रहे विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा होगी. साथ ही साधु–संतों के ठहरने, अखाड़ों की व्यवस्थाओं और भक्तों की सुविधा से जुड़े कई बिंदुओं पर निर्णय लिए जाने की संभावना है. हालांकि अभी तक बैठक को लेकर अभी तक तारीख का ऐलान नहीं हुआ है.

भगवान शिव से हुई थी नाथ पंथ की शुरुआत

नाथ संप्रदाय के ग्रंथ गोरखबानी के मुताबिक नाथ पंथ की शुरुआत भगवान शिव से हुई थी. मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने मत्स्येंद्रनाथ को ज्ञान दिया था और फिर इनके शिष्य गोरखनाथ तक ये परंपरा पहुंची. गोरखनाथ से ही नाथ संप्रदाय लोकप्रिय हुआ. इस संप्रदाय को मानने वाले लोग अपने नाम के पीछे नाथ लगाते हैं. गोरखनाथ धाम मठ इस संप्रदाय की अध्यक्ष पीठ है. गोरखनाथ धाम के अध्यक्ष इस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं.

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